Ganesh Visarjan 2021:
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Ganesh Chaturthi के दिन बप्पा के भक्त अपने घर में उनकी प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा करते हैं। बप्पा अपने आशीर्वाद से अपने भक्तों के सभी विघ्न-बाधाओं दूर कर देते हैं। हिंदू शास्त्र के अनुसार मिट्टी के बने बप्पा की प्रतिमा का पूजा करना बेहद उत्तम माना जाता है। 10 दिनों तक गणेश भक्त सुबह-शाम प्रतिमा की विधि-विधान से पूजा करते हैं। मान्यताओं के अनुसार जिस तरह बप्पा के आने का शुभ मुहूर्त देखना जरूरी होता है, वैसे ही उनके विसर्जन का भी शुभ मुहूर्त जानना बेहद जरूरी होता है।
भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश स्थापना होने के बाद अनंत चतुर्दशी को गणपति बप्पा विदाई लेते हैं। गणपति विसर्जन इस साल 19 सितंबर को होगा। इस दिन बप्पा की मूर्ति को कुंड में विसर्जित करना ही उचित होता है।
भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जित करने का शुभ मुहूर्त सुबह 09:11 से दोपहर 12:21 बजे तक है। इसके बाद दोपहर 01:56 से 03:32 तक शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं गणपति विसर्जन के लिए अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 से 12:39 तक रहेगा।
भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने से पहले बप्पा को नए वस्त्र पहनाएं। एक रेशमी कपड़े में मोदक, पैसा, दूर्वा घास और सुपारी बांधकर उस पोटली को गणपति के साथ रख दें। गणपति की आरती करें और उनसे अपनी गलतियों की क्षमा मांगे। इसके बाद उन्हें मान-सम्मान के साथ पानी में विसर्जित करें।
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