India News (इंडिया न्यूज़), Gochar 2024: गोचर का सीधा संबंध सभी 9 ग्रहों और 12 राशियों से रहता है। गोचर का अर्थ है ग्रहों की चाल। जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इस प्रक्रिया को गोचर कहते हैं। ग्रहों के गोचर का व्यक्ति के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी ग्रह एक निश्चित अवधि में अपनी राशि बदलते हैं। सूर्य से केतु तक सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन की अवधि अलग-अलग होती है।
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बता दें कि, हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह एक दूसरे से लाखों किलोमीटर दूर हैं और सभी सूर्य की परिक्रमा करते हैं, सभी के अपने-अपने कक्षीय पथ हैं। अन्य सभी की तरह पृथ्वी का भी अपना कक्षीय पथ है और वह भी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती रहती है। कभी-कभी जब पृथ्वी किसी धीमी गति से चलने वाले ग्रह के बगल से तेजी से गुजरती है, तो धीमी गति से चलने वाला ग्रह पीछे छूट जाता है जैसे कि वह विपरीत दिशा में आगे बढ़ रहा हो। आप सभी ने यह अनुभव किया होगा कि यदि धीमी गति से चलने वाली ट्रेन के बगल से कोई अन्य तेज गति वाली ट्रेन गुजरती है, तो धीमी गति वाली ट्रेन पीछे जाती हुई प्रतीत होती है, जबकि वास्तव में वह दूसरी ट्रेन की दिशा में ही जा रही होती है। ऐसा महसूस हो रहा है कि वह पीछे की ओर जा रही है।
ठीक इसी तरह ग्रहों और पृथ्वी के बीच भी घटित होती है। इसे प्रत्यक्ष या प्रतिगामी भी कहते हैं। जब यह पीछे की ओर चलती है तो प्रतिगामी होती है और जब सीधी चलती है तो सीधी होती है। यहां आपको एक बात बता दें कि सूर्य और चंद्रमा हमेशा मार्गी होते हैं और राहु और केतु हमेशा वक्री रहते हैं और शेष पांच ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष अपनी गति के कारण कभी मार्गी और कभी वक्री होते हैं।
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