India News (इंडिया न्यूज), Heart Attack Myth: खराब जीवनशैली और खान-पान की वजह से पूरी दुनिया में दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं। युवाओं में भी हार्ट अटैक का खतरा बना हुआ है। कम शारीरिक गतिविधियों और जंक फूड-धूम्रपान की वजह से हार्ट अटैक हो सकता है। हार्ट अटैक आने से पहले कई तरह के संकेत दिखने लगते हैं। अगर समय रहते इनकी पहचान कर ली जाए तो इसके खतरे को टाला जा सकता है।
मिथक और तथ्य में क्या है अंतर Heart Attack Myth
मिथक: अगर आपको लगातार सांस फूल रही है तो क्या हार्ट अटैक आने वाला है?
तथ्य: हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, हार्ट अटैक के 76% मरीजों को सांस फूलना, सांस फूलना या थकान जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इन लोगों के बचने की संभावना उन लोगों से ज्यादा होती है जिनमें सीने में दर्द हार्ट अटैक का मुख्य लक्षण होता है। ईएससी एक्यूट कार्डियोवैस्कुलर केयर 2022 में प्रकाशित इस शोध में कहा गया है कि सांस फूलना और अत्यधिक थकान महिलाओं, बुजुर्गों, हृदय रक्तचाप, मधुमेह, किडनी और फेफड़ों की बीमारी जैसी समस्याओं वाले लोगों में दिल के दौरे के सामान्य लक्षण थे। Heart Attack Myth
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मिथक: अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो क्या आपको हार्ट अटैक से सावधान रहना चाहिए?
तथ्य: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सांस लेने में कठिनाई के कई कारण हो सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से हृदय और फेफड़े शामिल हैं। दोनों ही शरीर के बहुत महत्वपूर्ण अंग हैं, इसलिए इस समस्या को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और इससे बचना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि सांस फूलने का एक कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऑक्सीजन मिल रही है, उससे ज़्यादा की ज़रूरत होती है। दरअसल, कई लोग फेफड़ों में ऑक्सीजन युक्त हवा बढ़ाने के लिए तेज़ी से सांस लेते हैं। फेफड़ों से ऑक्सीजन खून में पहुँचती है और फिर हृदय इसे पूरे शरीर में पंप करता है।
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मिथक: क्या अचानक सांस फूलने से हार्ट अटैक हो सकता है? Heart Attack Myth
तथ्य: डॉक्टरों के अनुसार, सांस फूलना धीरे-धीरे बढ़ने वाली समस्या है। अक्सर शारीरिक परिश्रम के दौरान इसका पता सबसे पहले चलता है। उदाहरण के लिए, चलते समय या सीढ़ियाँ चढ़ते समय हल्की सांस फूलना सांस फूलने का एक सामान्य कारण हो सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इनमें मोटापा, खराब फिटनेस, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और एनीमिया शामिल हैं।
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