India News (इंडिया न्यूज), Ashwin Kumar Value In Hindu Dharma: अश्विन कुमारों को देवताओं के डॉक्टर के रूप में मान्यता प्राप्त है क्योंकि वे हिंदू पौराणिक कथाओं में चिकित्सा और स्वास्थ्य के देवता हैं। यहाँ उनके बारे में कुछ विशेष बातें हैं जो उन्हें देवताओं का डॉक्टर बनाती हैं:

1. चिकित्सा के देवता

अश्विन कुमार, अश्विनी कुमार भी कहलाते हैं, जुड़वां देवता हैं जो आयुर्वेदिक चिकित्सा के विशेषज्ञ माने जाते हैं। वे सभी प्रकार की बीमारियों और चोटों को ठीक करने की शक्ति रखते हैं।

2. देवताओं के उपचारक

अश्विन कुमारों ने विभिन्न देवताओं और ऋषियों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने देवताओं के बीच किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक बीमारी का इलाज किया है, जिससे उन्हें देवताओं का डॉक्टर कहा जाता है।

आज भी इस मंदिर में नहीं हुआ हैं कलयुग का प्रवेश, परंपरा है कायम फोन से लेकर बिजली तक सब कुछ हैं बैन

3. पौराणिक कहानियाँ

अश्विन कुमारों से संबंधित कई पौराणिक कथाएँ हैं जिनमें वे अपनी चिकित्सा शक्ति का प्रदर्शन करते हैं:

च्यवन ऋषि का पुनर्यौवन: उन्होंने च्यवन ऋषि को पुनः युवा बनाया, जिससे च्यवनप्राश नामक आयुर्वेदिक टॉनिक का जन्म हुआ।
सूर्य पुत्र संजीवनी: उन्होंने सूर्य के पुत्रों को संजीवनी बूटी देकर पुनर्जीवित किया।

4. स्वर्ग के चिकित्सक

स्वर्ग में जब भी कोई देवता घायल होता या बीमार पड़ता, तो अश्विन कुमार तुरंत उनकी चिकित्सा के लिए पहुंचते। उनकी चिकित्सकीय कौशल की वजह से ही देवता हमेशा स्वस्थ और शक्तिशाली बने रहते थे।

Powerful Snakes In Hinduism: हिन्दू धर्म के वो पांच महा बलशाली नाग, जिन्होंने सीधे भगवान को दे डाली थी चुनौती?

5. ऋग्वेद में वर्णन

ऋग्वेद में अश्विन कुमारों की महिमा का विशेष वर्णन है। वे चिकित्सकीय और आध्यात्मिक दोनों प्रकार की चिकित्सा में निपुण माने जाते हैं। ऋग्वेद में उनके कई भजनों और स्तुतियों का उल्लेख मिलता है।

अश्विन कुमारों की चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के कारण ही वे देवताओं के डॉक्टर के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उनका सम्मान और पूजा आज भी हिंदू धर्म में चिकित्सा और स्वास्थ्य के लिए की जाती है।

Savan Ka Jhula: इस सावन घर में लगा रहे हैं झूला? तो आप भी वास्तु के इन नियमों का रखें ध्यान

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।