India News (इंडिया न्यूज), Vastu Shastra For Wall Clock: वास्तु शास्त्र में घर में घड़ी लगाने के सही दिशा और तरीके को विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि यह जीवन की प्रगति और समृद्धि से जुड़ी होती है। यहां जानिए घड़ी को कहां और किस प्रकार लगाना उचित माना जाता है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

सही दिशा में घड़ी लगाने का महत्व:

वास्तु के अनुसार, घड़ी लगाने के लिए निम्नलिखित दिशाएं शुभ मानी जाती हैं:

  1. पूर्व दिशा: इसे सबसे शुभ दिशा माना जाता है। यहां घड़ी लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है।
  2. उत्तर दिशा: यह दिशा भी समृद्धि और उन्नति का प्रतीक है, इसलिए घड़ी यहां लगाई जा सकती है।
  3. पश्चिम दिशा: जब पूर्व और उत्तर दिशा में स्थान न हो, तब पश्चिम दिशा में घड़ी लगाने की सलाह दी जाती है।

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घड़ी लगाने से बचने वाली दिशा:

दक्षिण दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है। इससे घर में आर्थिक समस्याएं और रुकावटें उत्पन्न हो सकती हैं। इस दिशा में घड़ी लगाने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

घड़ी कहां नहीं लगानी चाहिए:

  • द्वार पर: घर के मुख्य द्वार या किसी भी दरवाजे के ऊपर घड़ी लगाने से बचना चाहिए। यह घर में आने वाली ऊर्जा को अवरुद्ध कर सकता है।
  • पलंग के पास या ऊपर: पलंग के पास या ऊपर दीवार पर घड़ी लगाने से नींद और मानसिक शांति में बाधा हो सकती है, इसलिए इसे टालें।

बंद घड़ी का प्रभाव:

वास्तु में यह कहा गया है कि बंद या टूटी हुई घड़ी जीवन में रुकावट का प्रतीक होती है। इसलिए, घर में बंद, खराब या टूटे कांच वाली घड़ी नहीं रखनी चाहिए। घड़ी को समय-समय पर साफ और चालू रखना जरूरी है ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

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घड़ी का आकार और रंग:

  1. आकार: गोलाकार घड़ी को शुभ माना जाता है, क्योंकि इसका आकार जीवन की निरंतरता और प्रगति का प्रतीक है।
  2. रंग: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में लगाने के लिए सफेद, हल्का सलेटी, आसमानी, हल्का हरा, पीला या क्रीम रंग की घड़ियां शुभ होती हैं। इन रंगों से घर में शांति और समृद्धि आती है। पूर्व दिशा में लकड़ी के भूरा या गहरा हरा रंग भी उपयुक्त माना जाता है। मैटालिक रंग की घड़ी भी दीवार पर टांगी जा सकती है।

घड़ी लगाने के वास्तु नियम:

  • घड़ी हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए।
  • घड़ी का मुंह पश्चिम की ओर होना चाहिए।
  • घड़ी का आकार गोलाकार होना शुभ है।
  • सफाई का ध्यान रखें और घड़ी को हमेशा चालू रखें।

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इन वास्तु नियमों को ध्यान में रखते हुए, घड़ी को सही दिशा और तरीके से लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा, खुशहाली, और समृद्धि बनी रहती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।