India News (इंडिया न्यूज), Tulsi Pujan In Pitru Paksh: तुलसी (Ocimum sanctum) का पौधा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे पवित्र माना जाता है और इसके बिना भगवान का प्रसाद अधूरा माना जाता है। इसलिए भारत के घरों में तुलसी का पौधा लगाया जाता है। लेकिन कई बार यह पौधा सूख जाता है। आइए जानते हैं कि इसे हरा-भरा रखने के लिए क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
तुलसी लगाने से पहले की तैयारी
- शुभ दिन का चयन: तुलसी के पौधे को लगाने के लिए शुभ दिन और तारीख का चुनाव करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसे नर्सरी से सीधे नहीं लगाना चाहिए।
- पूजन: तुलसी के पौधे को लगाने से पहले सभी देवताओं का पूजन करें और मां तुलसी को घर में आने का आमंत्रण दें।
- स्थान का चयन: तुलसी का पौधा हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इसे आंगन या बालकनी में लगाया जा सकता है।
- साफ-सफाई: पौधा लगाने वाली जगह की अच्छी तरह सफाई करें। रोली और अक्षत से टीका करें।
- स्नान और श्रृंगार: पौधे को साफ जल से स्नान कराएं, फिर हल्दी, कुमकुम, और चंदन का तिलक करें। लाल चुनरी चढ़ाएं और भोग लगाएं। इसके बाद धूप और दीपक जलाएं।
देखभाल में ध्यान रखने योग्य बातें
- दिशा का ध्यान: तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए।
- विशेष दिन: एकादशी और रविवार को तुलसी को जल नहीं देना चाहिए। इस दिन मां लक्ष्मी का वास होता है और पूजा में बाधा नहीं होनी चाहिए।
- ग्रहण के दौरान: सूर्य और चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी के पास दीपक जलाना शुभ नहीं होता।
- मूर्ति स्थान: तुलसी के पौधे के पास भगवान शिव और भगवान गणेश की मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान भी इसे छूना नहीं चाहिए।
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सर्वोत्तम महीनों का चयन
तुलसी का पौधा अक्टूबर और नवंबर में लगाना सबसे शुभ माना जाता है। इन महीनों में लगाए गए पौधे के सूखने की आशंका कम होती है। बुधवार और गुरुवार को पौधा लगाना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
निष्कर्ष
तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी देखभाल भी आवश्यक है। यदि आप ऊपर बताए गए नियमों का पालन करेंगे, तो आपका तुलसी का पौधा हमेशा हरा-भरा रहेगा और आपको इसके सभी लाभ मिलेंगे। इस पवित्र पौधे की नियमित पूजा और देखभाल से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।