क्या भगवान की मूर्ति का टूटना अपशकुन है?
ज्योतिषाचार्यों और वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, भगवान की मूर्ति का टूटना कई बार नकारात्मक संकेत हो सकता है। लेकिन इसका मतलब यह भी हो सकता है कि मूर्ति ने घर पर आने वाली किसी विपदा या समस्या को अपने ऊपर ले लिया हो। आइए जानें विस्तार से:
- मूर्ति टूटना संकेत: जब कोई मूर्ति अचानक गिरकर टूट जाती है, तो इसे भविष्य में होने वाली किसी अनहोनी या अशुभ घटना का संकेत माना जाता है। यह इस बात का सूचक हो सकता है कि घर में कुछ नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर चुकी है या आने वाली समस्या का संकेत हो सकता है।
- नकारात्मकता से बचाव: कई बार माना जाता है कि खंडित मूर्ति ने घर पर आने वाली किसी बड़ी समस्या को रोक दिया हो, लेकिन फिर भी ऐसी मूर्ति को घर में रखना सही नहीं होता। खंडित मूर्ति घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जिससे परिवार के बीच कलह, अशांति, और लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं।
- खंडित मूर्ति की पूजा: हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र के अनुसार, खंडित मूर्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए। इससे पूजा में मन नहीं लगता और साधना में बाधा आती है। खंडित मूर्ति से शुभ फल भी प्राप्त नहीं होते।
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क्या करें जब मूर्ति टूट जाए?
- मूर्ति का विसर्जन करें: खंडित मूर्ति को घर में रखने के बजाय उसे विधि-विधान से विसर्जित कर दें। इसे किसी नदी, तालाब, या पवित्र जल में विसर्जित करना चाहिए। मूर्ति को गली, सड़क, पेड़ के नीचे या कूड़ेदान में फेंकना अनुचित माना जाता है।
- नई मूर्ति स्थापित करें: खंडित मूर्ति को हटा कर नई मूर्ति स्थापित करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भविष्य में किसी भी प्रकार की नकारात्मकता से बचाव होता है।
- टूटे हुए फोटो फ्रेम का निपटान: यदि देवी-देवताओं की तस्वीर किसी कांच के फ्रेम में हो और वह टूट जाए, तो भगवान की तस्वीर को उस फ्रेम से निकाल लें। टूटे हुए कांच या फ्रेम को भी सही तरीके से विसर्जित कर दें।
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निष्कर्ष
भगवान की मूर्ति का गिरकर टूटना या खंडित हो जाना धार्मिक दृष्टिकोण से एक गंभीर स्थिति मानी जाती है। इसे अशुभ संकेत माना जाता है और खंडित मूर्ति को घर में रखने से बचना चाहिए। इसे सही विधि से विसर्जित करने और नई मूर्ति स्थापित करने से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।