India News(इंडिया न्यूज), Kokila Vrat 2024: हिंदू धर्म में व्रत और उपवास का विशेष महत्व है। इनमें से एक प्रमुख व्रत है कोकिला व्रत, जो मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इसे विशेष रूप से उन महिलाओं द्वारा किया जाता है जो योग्य और इच्छित वर की कामना करती हैं। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है और इसे करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
कोकिला व्रत की तिथि
कोकिला व्रत मुख्यतः आषाढ़ माह की पूर्णिमा को किया जाता है। इस वर्ष, यह व्रत 20 जुलाई 2024 को पड़ेगा। इस दिन व्रत करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
कोकिला व्रत की पूजा विधि
कोकिला व्रत को विधिपूर्वक करने के लिए निम्नलिखित विधियों का पालन करें:
प्रातःकाल स्नान: व्रत के दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
संकल्प: भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
मूर्ति या चित्र की स्थापना: पूजा स्थल पर भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
पूजन सामग्री: पूजा के लिए धूप, दीप, पुष्प, अक्षत, रोली, चंदन, नैवेद्य (मिठाई या फल) आदि सामग्री एकत्र करें।
पूजा विधि:
सबसे पहले दीप जलाएं और भगवान शिव तथा माता पार्वती का ध्यान करें।
उन्हें पुष्प अर्पित करें और चंदन, रोली तथा अक्षत चढ़ाएं।
धूप दिखाएं और नैवेद्य अर्पित करें।
इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती के मंत्रों का जाप करें।
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शिव मंत्र:
ॐ नमः शिवाय
पार्वती मंत्र:
ॐ पार्वत्यै नमः
व्रत कथा: कोकिला व्रत की कथा का पाठ या श्रवण करें। कथा का पठन करते समय धैर्य और श्रद्धा का पालन करें।
आरती और प्रार्थना: पूजा के अंत में भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें और उनसे मनचाहे वर की प्राप्ति की प्रार्थना करें।
व्रत का पालन: पूरे दिन उपवास करें और सात्विक भोजन का सेवन करें।
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व्रत का पारण
अगले दिन प्रातःकाल पूजा करके व्रत का पारण करें। भगवान शिव और माता पार्वती को धन्यवाद दें और प्रसाद ग्रहण करें।
विशेष ध्यान
इस व्रत को विधिपूर्वक करने से भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है।
व्रत के दिन संयम और शुद्धता का पालन करें।
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कोकिला व्रत के माध्यम से मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। श्रद्धा और विश्वास के साथ इस व्रत का पालन करें और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखें।