India News (इंडिया न्यूज़), Krishna Janmashtami 2024: हर व्यक्ति चाहता है कि उसका परिवार पुरा हो। बिना संतान के व्यक्ति का परिवार और घर दोनों ही अधूरा रहता है। संतान की चाहत रखने वाले निसंतान लोगों के घर सूने रहते हैं। ऐसे लोग जन्माष्टमी के पावन अवसर पर देहरादून के एक पुराने मंदिर में उपाय कर सकते हैं। आज हम बात कर रहे हैं देहरादून के मन्नूगंज के भगवान कृष्ण के मंदिर की। जहां संतान की चाह रखने वाले लोग जन्माष्टमी की रात उनके पालने में चांदी की बांसुरी रखकर लड्डू गोपाल की गोद भर सकते हैं।

  • मन्नूगंज में है कृष्ण का मंदिर
  • मां की सूनी गोद भर जाती है

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मन्नूगंज में है कृष्ण का मंदिर

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के हकीकत राय नगर के मन्नूगंज में भगवान कृष्ण-राधा जी का मंदिर है। इस मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर 70 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस मंदिर का निर्माण तब हुआ था जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था। तब उनके दादा मंदिर में आए और यहां सेवा करने लगे। तभी से लोग यहां दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।

वैसे तो मंदिर में हर त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन श्री कृष्ण का जन्मोत्सव यहां बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। जन्माष्टमी की रात को जन्मोत्सव मनाया जाता है और अगले दिन नंदोत्सव मनाया जाता है। इसके 5 दिन बाद षष्ठी पर्व मनाया जाता है।

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मां की सूनी गोद भर जाती है

पुजारी ने बताया कि इस मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि जो लोग निसंतान होते हैं, यहां उनकी गोद भर जाती है। कई सालों में उन्होंने कई लोगों को देखा है जिन्होंने यह उपाय किया और उनकी गोद भर गई।

मंदिर के पुजारी ने बताया कि रात को जब बालकृष्ण के जन्म का समय हो तो यहां आकर उनके पालने में चांदी की बांसुरी रखें, चाहे वह छोटी ही क्यों न हो। इसके बाद मन में कामना करें कि लड्डू गोपाल आप अपना ही स्वरूप हमारे घर आंगन में भेज दें। अगर आप दोनों पति-पत्नी तुलसी की माला पर ‘देवकीसुतम गोविंदम वासुदेव जगत्पते’ मंत्र का 108 बार जाप करके भगवान कृष्ण की पूजा करें तो आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।

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