(इंडिया न्यूज़): कहते हैं कि जब किस्मत में पैसा होता है तो वो आता ही आता है लेकिन उसको संभालकर रखना हर के बस की बात नहीं होती। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी किस्मत में जन्म से ही शुभ और अशुभ योग होते हैं। इसका असर लोगों के जीवन पर भी देखने को मिलता है. ये योग जबरदस्त फल तभी देते हैं, जब उन ग्रहों से जुड़ी दशा व्यक्ति के ऊपर चलती है. आज हम आपको पारिजात योग के बारे में बता रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार, जिस शख्स की कुंडली में यह योग बनता है, वह राज सत्ता हासिल करता है.

उसका समाज में अलग रुतबा होता है. साथ ही वैभव और यश भी मिलता है. कैसे बनता है ये योग और क्या फल मिलते हैं, अब वो पढ़ लीजिए. पारिजात योग कैसे बनता है? ज्योतिष के अनुसार, पारिजात योग तब बनता है, जब लग्नेश कुंडली में जिस राशि में होता है, उसी राशि का स्वामी उच्च स्थान पर हो. इसे बेहद उत्तम योग माना जाता है. जिसकी कुंडली में ये योग बनता है, ऐसा व्यक्ति जिंदगी में सफलता हासिल करता है. योग का पूरा फायदा तब मिलता है, जब ग्रह उच्च राशि या फिर मित्र राशि में बैठा हो. इसके अलावा उसकी डिग्री अच्छी हो और शुभ ग्रहों की नजर हो. किसी भी शुभ योग या राजयोग का फल शख्स को तब मिलता है, जब उस ग्रह की अंतर्दशा या फिर महादशा चलती है.

अगर कुंडली में पारिजात राजयोग है, तब व्यक्ति को राजनीति में शोहरत मिलती है. वह जमीन-जायदाद का स्वामी होता है.उसकी तर्क क्षमता अच्छी होती है और सेविंग्स भी शानदार तरीके से करता है. ऐसा शख्स भगवान को बहुत मानता है और शाही जिंदगी जीता है. उसको सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. धन की कमी कभी भी जीवन में नहीं रहती. उसे बहुत यश और सम्मान मिलता है. वह समाज में बड़ा पद और प्रतिष्ठता हासिल करता है. उसका व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है.