India News (इंडिया न्यूज़), Siddhi Vinayak Ganesh Temple In MP: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में गणेश जी के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, लेकिन इनमें से एक मंदिर है जो अपनी विशिष्टता और ऐतिहासिक महत्व के कारण खासा चर्चित है। यह मंदिर इतना छोटा है कि इसकी ऊंचाई महज सवा हाथ के बराबर है, और यही इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाता है।

सवा हाथ की ऊंचाई वाला अनोखा मंदिर

यह मंदिर इतना संकरा है कि इसमें कोई भक्त प्रवेश नहीं कर सकता। इसके आकार को देखकर शायद आप भी चौंक जाएं, लेकिन इसका छोटा आकार ही इसकी विशेषता है। गणेश जी इस मंदिर में सूक्ष्म रूप में विराजमान हैं, और भक्त बाहर से ही उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। यह मंदिर 400 साल पुराना है और यहाँ पर पूजा करने की मान्यता सदियों पुरानी है।

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पौराणिक मान्यता और ऐतिहासिक महत्व

स्थानीय दुकानदारों और निवासियों के अनुसार, यह मंदिर 400 साल पुराना है और यहाँ गणेश जी की पूजा की परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है। गणेश जी की उपस्थिति इस मंदिर में इतनी प्रभावशाली मानी जाती है कि यह मान्यता है कि मंदिर के दर्शन से लोगों के दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और शहर की रक्षा होती है।

दर्शन की परंपरा

पहले जब सड़कें संकरी और सीधी थीं, तो भक्तों को गणेश जी के दर्शन आराम से हो जाते थे। लेकिन अब सड़कें बन जाने के कारण दर्शन करने में थोड़ी कठिनाई आ रही है। फिर भी, भक्तों का आस्था इस छोटे से मंदिर में अडिग है और वे दूर-दूर से गणेश जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यहाँ आते हैं।

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गणेश जी की विशेष कृपा

इस मंदिर की विशिष्टता और 400 साल पुरानी मान्यता के कारण, गणेश जी की पूजा इस मंदिर में विशेष महत्व रखती है। लोग मानते हैं कि यहाँ दर्शन करने से उन्हें मनोवांछित फल प्राप्त होता है और यह मंदिर शहर की रक्षा करने का काम भी करता है।

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इस प्रकार, शाजापुर के इस सवा हाथ ऊंचे गणेश जी के मंदिर की कहानी केवल उसकी विशिष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नगरवासियों की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। गणेश जी की इस अनोखी उपस्थिति ने न केवल भक्तों को संजीवनी दी है, बल्कि शहर की रक्षा करने की परंपरा भी निभाई है।