India News (इंडिया न्यूज), Mahabharat: महाभारत के कथा में यह कई बार बताया गया है कि अर्जुन वीरता, कौशल, पराक्रम और अपने धनुष विद्या में एक काफी कुशल थे। वह महान योद्धा थे और उनका तेज इतना खूबसूरत था कि जो भी महिला उन्हें एक बार देखे, वह उनके प्यार में मोहित हो जाए। अर्जुन जितने बड़े वीर थे। उतने ही बड़े दयालु और नरम दिल के इंसान थे। उनका रूप उनका आकर्षण का केंद्र था, जिससे कोई भी आकर्षित होता और इसी आकर्षण को देखकर कई महिलाएं थी जो अर्जुन के प्यार में दीवानी हो गई थी।
- ये रानी करती थी अर्जुन से बेहद प्यार
- द्रौपदी से भी अधिक करती प्यार
यह रानी हुई थी अर्जुन के प्यार में पागल Mahabharat
बता दे की पुरानी कथाओं में इस चीज का उल्लेख कई बार किया गया है कि अर्जुन के पीछे कई राजकुमारियां दीवानी हुई थी। बता दे कि इन्हीं में से एक और राजकुमारी थी जो द्रौपदी से भी अधिक अर्जुन को प्रेम करती थी। कथाओं के अनुसार बताया जाता है कि दुर्योधन की पत्नी रानी भानुमति अर्जुन की वीरता और पराक्रम पर फिदा हो गई थी और उनसे बेहद प्रेम करने लगी थी।
वही जब भानुमति के पिता ने शादी क बता कि तब भी वह चाहती थी कि उनका विवाह सिर्फ अर्जुन से ही हो, लेकिन उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। जब भानुमती का स्वयंवर रचा गया तो अर्जुन उसे स्वयंवर में नहीं आए। बाद में दुर्योधन ने भानुमती का अपहरण कर उनके साथ जबरदस्ती शादी कर ली।
Mahabharat: कौन था उलूपी और अर्जुन का वीर पुत्र, सुनहरे अक्षरों में लिख इतिहास में नाम
विवाह के बाद कौरवों के राज्य में रही भानुमती
विवाह के बाद में दुर्योधन की पत्नी बनकर रही और उनका एक पुत्र भी हुआ इसके अलावा उन्होंने एक पुत्री को भी जन्म दिया। उनके पुत्र का नाम लक्ष्मण और पुत्री का नाम लक्ष्मणा था। महाभारत की कथा के अनुसार जब दुर्योधन और उनके पुत्र लक्ष्मण महाभारत के युद्ध में मारे गए थे। तो उसे दौरान भानुमति ने अर्जुन के साथ विवाह कर लिया था। Mahabharat
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।