India News (इंडिया न्यूज), Measures to Prevent Wrath of Jupiter: अक्सर हम सुनते है कि हम मेहनत तो बहुत कर रहे है लेकिन उसका फल हमें नहीं मिल पा रहा है, पूजा भी कर रहे है लेकिन उसके बावजूद भी हमें जो प्राप्त होना चाहिए वो फिर भी हमारी किस्मत से न जाने क्यों कुछ दूरी सा बनाएं हुए है। ऐसा क्यों होता है कि लाख कोशिशों के बाद भी एक व्यक्ति को कई बार उसका भाग्य बीच रास्ते से ही छोड़ कर चला जाता है। आज हम आपसे इसी बात पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि ऐसा क्यों होता और किस ग्रह की वजह से आपके नसीब में धन का योग ही नहीं बन पाता है….

देवताओं का गुरु बृहस्पति को सबसे सर्वोपरि स्थान प्राप्त है कहते है जिनका बृहस्पति अच्छा हो उनके जीवन में धन-धान्य, विवाह और संतान का सुख भरपूर रहता है। साथ ही उनके जीवन में मुश्किलें काफी कम आती है। लेकिन कई बार बृहस्पति ग्रह ठीक होने के बावजूद भी व्यक्ति के जीवन में कठनाई रुकने का ही नाम नहीं लेती है ऐसे में उस व्यक्ति की कुंडली देख एक ज्योतिष भी मुश्किलों में पड़ जाते है कि आखिर ये माजरा है तो है क्या चलिए जानते है आखिर क्यों ऐसा होता है…?

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बृहस्पति के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले छोड़ दे ये 1 काम

ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, धन, और धर्म का कारक माना गया है। इसे गुरु ग्रह भी कहा जाता है। लेकिन यदि बृहस्पति अशुभ स्थिति में हो या इसका प्रकोप हो, तो जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके प्रभाव को संतुलित करने और जीवन में शुभता लाने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं।

बृहस्पति के प्रकोप से बचने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय

ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति के प्रकोप से बचने के लिए सबसे पहले “झूठ बोलना” छोड़ देना चाहिए। झूठ बोलना न केवल नैतिक दृष्टि से गलत है, बल्कि यह बृहस्पति ग्रह को भी कमजोर करता है। बृहस्पति सत्य, धर्म, और नैतिकता का प्रतीक है। झूठ बोलने से यह ग्रह क्रोधित होता है और इसके प्रभाव से जीवन में बाधाएं, आर्थिक नुकसान, और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।

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अन्य उपाय

  1. सत्य बोलने का संकल्प लें: हर परिस्थिति में सत्य का पालन करने की कोशिश करें। यह बृहस्पति को प्रसन्न करता है।
  2. पीले रंग का प्रयोग करें: पीला रंग बृहस्पति का प्रतीक है। अपने दैनिक जीवन में पीले कपड़े पहनें या पीली चीज़ों का दान करें।
  3. गुरुवार का व्रत करें: गुरुवार के दिन बृहस्पति का व्रत रखने से इसकी शुभता बढ़ती है। इस दिन नमक का सेवन न करें।
  4. गुरु मंत्र का जाप करें: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
  5. दान करें: जरूरतमंदों को पीले रंग की चीजें जैसे चना दाल, हल्दी, या पीले कपड़े दान करें।
  6. ध्यान और प्रार्थना: नियमित ध्यान और प्रार्थना से मन शांत रहता है और बृहस्पति का सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है।

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यदि आप बृहस्पति के प्रकोप से बचना चाहते हैं, तो सबसे पहले झूठ बोलना छोड़ें और सत्य, धर्म, और नैतिकता का पालन करें। इसके साथ ही, बताए गए उपायों को अपनाकर बृहस्पति के शुभ प्रभाव को जीवन में अनुभव कर सकते हैं।