India News (इंडिया न्यूज), Anant Radhika Wedding: दुनिया के टॉप बिजनेस मेन में मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत और बहू राधिका की शादी 12 जुलाई 2024 को हो रही है। ऐसे में अंबानी परिवार में कई दिनों से कोई न कोई आयोजन करता नजर आता है। वैसे तो अंबानी परिवार अपने ,साथ सभी चीजों को रखता है लेकिन एक और चीज थी जिससे मुकेश अंबानी खुद को कभी दूर नहीं रखते, आप उन्हें उनके हर आयोजन में देख सकते हैं। बच्चों की सगाई हो या शादी या कोई प्रोफेशनल इवेंट, उनकी तस्वीर या मूर्ति हर जगह होती है।
- इस खास शख्स को अंबानी हमेशा रखते है साथ
- भाग्य के लिए करते है ये खास काम
नाथद्वारा के श्रीनाथजी हमेशा रखते है अपने साथ Anant Radhika Wedding
हम बात कर रहे हैं श्रीनाथजी की, जिन्हें अंबानी परिवार हर शुभ काम में जरूर शामिल करता है। आपको बता दें, अनंत और राधिका की सगाई समारोह भी नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर में आयोजित किया गया था। इस मौके पर दोनों परिवारों के परिवार के सदस्य और दोस्त भी श्रीनाथ मंदिर में मौजूद थे। पूजा-पाठ से जुड़ी सभी चीजें वहीं की गईं और पारंपरिक भोज का आयोजन भी वहीं किया गया। अंबानी परिवार वैसे तो अंबानी परिवार हर शुभ काम में कभी भगवान गणपति को शामिल करता है तो कभी शिव मंदिरों में उन्हें देखा जा सकता है, लेकिन कहा जाता है कि मुकेश अंबानी हर शुभ काम की शुरुआत राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित श्रीनाथजी मंदिर से करते हैं।
शरीर पर छिपकली गिरने का क्या होता है मतलब? इस वजह से मिल सकेगा धन लाभ
इतना ही नहीं अंबानी परिवार ने 4जी और 5जी सेवाओं की शुरुआत भी इसी मंदिर को समर्पित की थी। यहां तक कि अंबानी के दफ्तर में भी श्रीनाथजी की मूर्ति स्थापित है। इस समुदाय के लोगों की भगवान श्रीनाथजी में आस्था है इस समुदाय के लोगों की भगवान श्रीनाथजी में आस्था है अंबानी परिवार मूल रूप से गुजरात के मोधसा जिले का रहने वाला है और यह जिला अहमदाबाद के उत्तर में स्थित है, कहा जाता है कि मोध बनियों की श्रीनाथजी में विशेष आस्था है। आपको बता दें, नाथद्वारा में स्थित श्रीनाथजी श्री कृष्ण के अवतार हैं, मंदिर की वेबसाइट के अनुसार, उनकी मूर्ति को 1665 में वृंदावन के पास गोवर्धन से राजस्थान लाया गया था। मंदिर के बारे में
लड़की नहीं रोबोट परोसती है खाना, खूबसूरती देख हसीनाएं भी खाएंगी मात
क्या है मंदिर दर्शन का समय Anant Radhika Wedding
सुबह की शुरुआत के बारें में बताए तो सबसे पहले मंगला आरती होती है, जिसके अंदर भगवान की मूर्ति से पर्दा हटाया जाता है और सभी को दिन का पहला दर्शन कराया जाता है। आरती के बाद श्रृंगार की रस्म निभाई जाती है। जिसके अंदर भगवान का श्रृंगार होता है। इसके बाद उन्हें ग्वाल यानी नाश्ता कराया जाता है। इसके बाद राजभोग यानी भगवान का दोपहर का भोजन फिर भगवान के विश्राम का समय हो जाता हैं। शाम को भगवान के लिए भोग यानी भोजन होता है, उसके बाद संध्या आरती, आखिरी में प्रार्थना की जाती है। Anant Radhika Wedding
इन सभी की समय सूची की बात करें:-
मंगला आरती – सुबह 5:15 से 6:00 बजे, श्रृंगार – सुबह 7:15 से 7:45 बजे, ग्वाल – सुबह 9:15 से 9:30 बजे, राजभोग – सुबह 11:15 से 12:05 बजे, उत्थान – दोपहर 3:30 से 3:45 बजे, भोग – शाम 4:45 से 5:00 बजे, संध्या आरती – शाम 5:15 से 6:00 बजे, शयन – शाम 6:50 से 7:30 बजे।