India News (इंडिया न्यूज) Nang Panchami: कल यानी सोमवार (21 अगस्त) को सावन मास की नाग पंचमी है। भगवान शिव का नांगों से गहरा संबंध है। दरअसल सनतन धर्म के अनुसार, नांग ध्यान का प्रतिक माना जाता है, इसीलिए प्रथम योगी होने के साथ आदियोगी शिव का नांग से एक दिव्य संबंध स्थापित हो जाता है।
भगवान शिव ने नाग को अपने गले में धारण किए है। नाग पंचमी दिन बहुत से ऐसे लोग होते हैं जोकि जीवीत सांप को दूध पिलाने की परंपरा का अनुसरण करते है। लेकिन, सांप के लिए दूध जहर के समान होता है। जानकारों के अनुसार दूध पिने से सांप की मौत हो जाती है। इसके अलावा आप नाग पंचमी पर नाग की प्रतिमा पर दूध चढ़ा सकते हैं।
जाने क्या है पूजन विधि
नाग पंचमी वाले दिन सुबह उठकर किसी नाग मंदिर में जाकर नाग देव की पूजा करनी चाहिए। पूजा में दूध, जल और पंचामृत का उपयोग करें। पूजा में कनेर, मालती, चमेली, चम्पा के फूलों, गंधों, अक्षतों, धूपों तथा मनोहर दीपों का उपयोग करें। इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।
किसानों के हितकारी हैं सांप
ऐसा माना जाता है कि सांप किसानों के हितकारी होते हैं। सांप किसानों की फसलों को चूहों और फसलों को नुकसान पहुचाने वाले कीटों से बचाते हैं। सांप चूहों को खा जाते हैं। जिस कारण फसलों की रक्षा होती है। सांप के इस उपकार की वजह से भी सांपों को पूजने की परंपरा है।
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