India News(इंडिया न्यूज): हिंदू धर्म में प्रकृति को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। यही वजह है कि इस धर्म में सूर्य-चांद, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी सभी की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार प्रकृति देवता समान है इसलिए इसे देवताओं की तरह ही पूजा जाना चाहिए। प्रकृति की इन विशाल धरोंहरों के मात्र पूजन से हमें ऐसे-ऐसे परिणाम मिलते हैं जो हमारी जिंदगी बदल सकते हैं तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे पेड़ों के बारे में जिनमें कलावा बांधकर हम अपनी किस्मत चमका सकते हैं।

पीपल के पेड़

शास्त्रों के अनुसार पीपल का पेड़ बेहद पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि इसमें देवताओं का वास होता है। इस पेड़ में कलावा बांधने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। व्यक्ति को कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा अकाल मृत्यु के भी योग टलते हैं।

बरगद के पेड़

मान्यता के अनुसार बरगद के पेड़ में कलावा बांधने से वैवाहिक जीवन मधुर होता है। पति-पत्नी के रिश्तों में मधुरता आती है तथा सदैव उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही अकाल मृत्यु जैसे योग भी टलते हैं। सावित्री व्रत के दिन इस पेड़ की विधी-विधान से पूजा की जाती है।

तुलसी का पेड़

तुलसी के पौधे में स्वयं मां तुलसी का वास होता है। ऐसे में यदि हम तुलसी के पूजन के बाद उसमें कलावा बांधते हैं तो भगवान विष्णु बेहद प्रसन्न होते हैं। जीवन में आने वाले सारे संकट टल जाते हैं। घर में सुख-शांति और खुशहाली बनी रहती है। यदि हम पेड़ के निचले भाग में कलावा बांधते हैं तो हमें आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।

शमी का पेड़

शमी का पेड़ शनी देव को सर्वाधिक प्रिय है। इसके पूजन से भोले बाबा बेहद प्रसन्न होते हैं। इस पेड़ में कलावा बांधने से भोलेनाथ के साथ-साथ शनी देव की भी कृपा प्राप्त होती है। राहु-केतु का ग्रह भी शांत होता है।

केले का पेड़

इस पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। इस पेड़ पर कलावा बांधने से कुंडली में राहु मजबूत होने लगता है।राहु ग्रह से होने वाली सारी परेशानियां दूर होती है। घर में सकारात्मकता आती है तथा दुख-दरिद्रता से छुटकारा मिलता है।