India News (इंडिया न्यूज), Savan Rahu-Ketu: साल का सबसे पवित्र माह। जिसे सावन कहा जाता हैं। कहते हैं शिव जी के इस महीने में अगर कोई सच्चे मन से उनकी पूजा-अर्चना कर ले तो शिव जी उसकी पुकार को बेहद जल्दी सुनते हैं फिर चाहे वो काम सालो से ही क्यों ना रुका हुआ हो। अगर भोलेबाबा एक बार किसी का हाथ पकड़ ले तो उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण करके ही छोड़ते हैं, और न सिर्फ इच्छाएं बल्कि कितने भी बड़े से बड़ा दोष क्यों ना हो बाबा अपने भक्तो को हर दुःख-दर्द से मुक्ति दिला ही देते हैं।

लेकिन एक बात और भी हैं जिससे व्यक्ति जब झूंझता हैं तो बेहद बुरी तरह से परेशान हो जाता हैं और वो हैं ग्रहो की बिगड़ती दशा। जिसमे सबसे ज़्यादा नुकसान देती है राहु-केतु की दशा अगर ये दोनों व्यक्ति से रुष्ट हो बैठे तो व्यक्ति के हाल खराब कर देते हैं। यहां तक कि कई बार तो व्यक्ति की जान तक ले बैठते हैं। लेकिन सावन एक ऐसा महीना हैं जिसमे अगर आप मुख्यतः ये दो काम कर ले तो राहु-केतु की कृपा आप पर इस तरह बनेगी के आपके छप्पर तक भर देगी। तो आइये जानते हैं यह दो काम…..

इन कार्यो को करने मात्र से कृपा बरसाएंगे राहु-केतु

 

सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर शिव भक्तों के लिए। इस महीने में कुछ खास उपाय और परंपराएं मानी जाती हैं जो राहु और केतु की कृपा पाने के लिए की जाती हैं। यहां कुछ उपाय दिए जा रहे हैं:

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  1. शिवलिंग का अभिषेक: सावन में शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, और गंगाजल से अभिषेक करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इससे राहु और केतु की शांति होती है।
  2. ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप: सावन के महीने में प्रतिदिन ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से राहु-केतु की शुभता प्राप्त होती है।
  3. बिल्व पत्र अर्पित करना: भगवान शिव को बिल्व पत्र अर्पित करने से राहु-केतु दोष से मुक्ति मिलती है।
  4. नीलमणि धारण: राहु और केतु की शांति के लिए नीलमणि धारण करना शुभ माना जाता है। इसे सावन के महीने में धारण करने से विशेष लाभ मिलता है।
  5. महादेव के मंदिर में दर्शन: सावन के सोमवार को महादेव के मंदिर में जाकर दर्शन करना और पूजा अर्चना करना भी राहु-केतु की कृपा प्राप्त करने का तरीका है।
  6. गायत्री मंत्र का जाप: प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करने से राहु-केतु की अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
  7. रुद्राक्ष धारण: शिव जी को प्रिय रुद्राक्ष को धारण करना और उसकी माला से मंत्र जप करना राहु-केतु की कृपा पाने का प्रभावी उपाय है।
  8. राहु और केतु के मंत्र का जाप: राहु के लिए ‘ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:’ और केतु के लिए ‘ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:’ मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है।

इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से राहु-केतु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।

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