India News (इंडिया न्यूज), Rahu’s Effect: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु को एक पापी ग्रह माना गया है, जो जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाने के बजाय कई समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। राहु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानियाँ, वैवाहिक दिक्कतें और भूतकाल या भविष्य के डर का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राहु के दुष्प्रभाव से राहत पाने के लिए गोमेद रत्न को धारण करना बेहद लाभकारी माना जाता है।
आइए जानते हैं गोमेद रत्न धारण करने के नियम और इसके फायदे।
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गोमेद रत्न धारण करने के नियम:
- रत्न का चयन:
गोमेद रत्न को चांदी या अष्टधातु की अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिए। इससे रत्न का प्रभाव अधिक शक्तिशाली होता है। - वजन (रत्ती):
रत्न शास्त्र के अनुसार, गोमेद रत्न 6 रत्ती से कम का नहीं होना चाहिए। इससे रत्न की शक्ति सही तरीके से व्यक्त होती है और उसका प्रभाव जीवन पर पड़ता है। - शुभ नक्षत्र:
गोमेद रत्न को शनिवार के दिन शतभिषा, स्वाती और आर्द्रा नक्षत्र में पहनना शुभ माना जाता है। इन नक्षत्रों में गोमेद का प्रभाव अधिक सकारात्मक होता है। - उपचार विधि:
गोमेद रत्न को पहनने से एक रात पहले गंगा जल, दूध, शहद और चीनी में डालकर रख दें। इससे रत्न की शुद्धि होती है और उसकी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। - मंत्र जाप:
रत्न को पहनने से पहले “ऊं रां राहवे नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र राहु के प्रभाव को शांत करने में मदद करता है और गोमेद रत्न के साथ इसे पहनने से अधिक लाभ मिलता है। - उंगली का चयन:
गोमेद रत्न को कनिष्का उंगली (लंग्विज फिंगर) में पहनना चाहिए। यह उंगली राहु ग्रह से जुड़ी होती है और रत्न का प्रभाव अधिक होता है। - साथ में कौन से रत्न नहीं पहनें:
गोमेद रत्न के साथ माणिक्य, मूंगा और पुखराज रत्न नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि इनका प्रभाव एक-दूसरे से टकरा सकता है और रत्न का सही असर नहीं हो पाता है।
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गोमेद रत्न के फायदे:
- कामों में सफलता और बाधाओं का निवारण:
गोमेद रत्न पहनने से व्यक्ति के कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और उसे हर काम में सफलता प्राप्त होती है। यह रत्न कार्यों में मनचाहे परिणाम देने में मदद करता है। - मानसिक शांति:
गोमेद रत्न मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है। यह रत्न व्यक्ति को मानसिक तनाव से छुटकारा दिलाने में मदद करता है और मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है। - वैवाहिक जीवन में सुधार:
गोमेद रत्न वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करता है। यह रत्न पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम और समझ को बढ़ाता है, जिससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली और सामंजस्य आता है। - शत्रुओं से छुटकारा:
गोमेद रत्न पहनने से व्यक्ति के शत्रुओं से बचाव होता है। यह रत्न शत्रुओं के प्रभाव को कम करता है और व्यक्ति को उनके आक्रमण से सुरक्षित रखता है। - कालसर्प दोष से मुक्ति:
जिन व्यक्तियों को कालसर्प दोष होता है, उनके लिए गोमेद रत्न धारण करना अत्यंत लाभकारी है। यह रत्न कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों को दूर करता है और जीवन में सुख-शांति लाता है। - धन और संपत्ति में वृद्धि:
गोमेद रत्न के प्रभाव से भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है। यह रत्न व्यक्ति के धन और संपत्ति में बढ़ोतरी करता है, जिससे जीवन में समृद्धि आती है।
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निष्कर्ष:
गोमेद रत्न को शास्त्रों के अनुसार धारण करने से राहु के दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है। यह न केवल व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता लाने में भी मदद करता है। हालांकि, रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लेना हमेशा उचित रहता है, ताकि आप सही समय पर और सही तरीके से रत्न का उपयोग कर सकें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।