Republic Day Shayari in Hindi 2022: On 26 January 1950, India adopted the constitution and became known as the largest democracy in the world. That’s why this day is special for every citizen of the country. Republic day celebration is also very important as it shows unity among the people of India and to show that they believe in democracy.
ना पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस एक हिन्दुस्तानी हैं
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
नई उम्मीदें जगाना है…
अंधकार को चीरता हुआ सूरज उगाना है…
कांटों से दूर नए फूल खिलना है..
साफ दिलों से भरा एक नया शहर बसाना है..
नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते हैं,
ये वो देश है मेरी जान जिसे हिंदुस्तान कहते हैं।
नया भारत बनाना है
एक बदलाव लाना है
और
ज्यादा कुछ नहीं करना
बस वो एक बदलाव
पहले खुद में लाना है।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आस्मां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।
तैरना है तो समंदर में तैरो,
नदी नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो वतन से करो,
इन बेवफ़ा लोगों में क्या रखा है।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
देश भक्तों के बलिदान से, स्वतंत्र हुए हैं हम…
कोई पूछे कौन हो, तो गर्व से कहेंगे, भारतीय हैं हम..
काँटो में भी फूल खिलाएं इस धरती को स्वर्ग बनाएं आओ
सबको गले लगाएं हम गणतंत्र का पर्व मनाएं.
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है।
ना पूछो जमाने को, कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ यह है कि हम हिंदुस्तानी हैं.
वंदे मातरम्
तिरंगा हमारा हैं शान-ए-ज़िन्दगी,
वतन परस्ती हैं वफ़ा-ए-ज़मी,
देश के लिए मर मिटना कबूल हैं हमे,
अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून हैं हमे।
आओ झुक कर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून
जो देश के काम आता है…..!!
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!
Main iska Hanuman hoon
Ye desh mera RAM hai,
Chhati chir ke dekh lo
Andar baitha HINDUSTAN hai.
Jay Hind!
Happy Republic Day
Mukut Himalay
Hriday mein Tiranga
Aanchal mein Ganga layi hai
Sab Punya,
Kala aur ratna lutane
dekho bharat maan aayi hai
64th Gantantra Diwas ki Hardik Shubhakamnayein
Happy Republic Day.
Aao jhukke salam kare unko jinke,
Hisse me ye mukam aata hai,
Khushnasib hota hai wo khun,
Jo desh ke kaam aata hai.
Jay hind Jay bharat
HAPPY REPUBLIC DAY
Itni si baat hawao ko bataye rakhna,
roshni hogi chirago ko jalaye rakhna,
Lahu dekar ki hai jiski ifazat hamne,
aise tirange ko sada apne dil me basaye rakhna…!!
Ye nafrat buri hai, naa palo ese
Dilo mein khalish hai, nikalo ese,
Na tera, na mera, na eska, na uska
Ye sabka watan hai, bacha lo isey..
Happy Republic Day
Alag hai Bhasha, Dharm Jaat
aur prant, bhesh, parivesh
par hum sab ka ek hai gaurav
Rashtradhwaj tiranga shrestha
Gantantra Diwas ki Hardik Shubh Kamnayein.
Mukut Himalay
Hriday mein Tiranga
Aanchal mein Ganga layi hai
Sab Punya,
Kala aur ratna lutane
dekho bharat maan aayi hai
64th Gantantra Diwas ki Hardik Shubhakamnayein
Happy Republic Day
Jamane bhar mein milte hain aashiq kayi
Magar vatan se khubsurat koi sanam nahi hota,
Noto me lipat kar, sone me simat kar mare hai kayi
Mager Tirange se khubsurat koi khafan nahi hota.
Wishing You Happy Republic Day
Khushnaseeb hote hain wo log Jo watan par mit jate hain,
Mar kar bhi woh log sada ke liye amar ho jaate hain,
Karte hai tumhe salam-aye-watan par mitne walo,
Tumhari har ek saans me basta Tirange ka naseeb hain,
Happy Republic Day.
Aayo sab milkar kare salam unhe
Jinke hisse mein ye mukam aaya hai
Bahut hi khush naseeb hai wo log
Jinka khoon Desh ke kaam aaya hai…
Happy Republic Day
Indian hone par kariye garv,
Milke manaayen loktantra ka parv
Desh ke dushmanon ko milke harao
Har ghar par * TIRANGA * lehrao.
Alag hai Bhasha, Dharam Jaat
Aur prant, bhesh, parivesh
Par hum sab ka ek hai gaurav
Rashtradhwaj Tiranga shrestha.
Gantantra Diwas ki Shubh Kamnaye
Mere desh ke nau jawano
Abhi tak markar dekha
Bewafa sanam ke liye
Duptta na mila hai kafan ke liye.
Ek Bar markar dekho watan ke liye
Tiranga milega kafan ke liye.
Woh shama jo kaam aaye anjuman ke liye,
Woh jazba jo qurban ho jaaye watan ke liye,
Rakhte hain hum woh hoslein bhi
Jo mar mitey Hindustan ke liye.
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये ,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये ,
दिल एक है जान एक है हमारी ,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।
Ye baat hawao ko bataye rakhna,
Roshni hogi chirago ko jalaye rakhna,
Lahu dekar jiski hifazat humne ki,
Aise Tirange ko sada dil me basaye rakhna.
लहराएगा तिरंगा अब सारे आस्मां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
Mukut Himalaya
Hridaya me tiranga
Aanchal me ganga layi hai
Sab punya, Kala aur
Ratna lutane dekho
Bharat mata aai hai..
Bharat Mata ki Jai
संस्कार, संस्कृति और शान मिले,
ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले,
रहे हम सब ऐसे मिल-झुल कर,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायें,
भारत के भारतवासी को, उसके सब अधिकार दिलायें
आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसलिए मेरा भारत महान है.
Happy Republic Day
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा हम बुलबुले है उसकी वो गुलसिताँ हमारा!
Happy Republic Day
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा,
परबत वो सबसे ऊंचा हमसाया आसमां का, वह संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा!
गणतंत्र दिवस की बधाइयां !! जय हिंद !!
देशभक्तों से ही देश की शान है, देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल है यारो, जिस देश का नाम हिंदुस्तान है.
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी, वतन परस्ती है वफा-ए-जमी,
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें, अखंड भारत के स्वप्न का जुनून है हमें..!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
हर दुश्मन से आज बचाकर राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे॥ गणतंत्र दिवस की बधाई!
आज सलाम है उन वीरो को जिनके कारन यह दिन आता है वो मां खुशनसीब होती है बलिदान जिनके बच्चों का देश के काम आता है गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है। हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान की शान का है||
मैं इसका हनुमान हूँ , ये देश मेरा राम है , छाती चीर के देख लो, अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है
आज़ादी की कभी शाम ना होने देगे शहीदो की कुर्बानी बदनाम ना होने देगे बची है जो 1 बूँद भी लहू की तो भारत माँ का आँचल नीलाम ना होने देगे। हैप्पी रिपब्लिक डे 2022
भारत माता तेरी गाथा, सबसे उँची तेरी शान, तेरे आगे शीश झुकाए, दे तुझको हम सब सम्मान! हैप्पी रिपब्लिक डे 2022
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान हे सर हमेशा उँचा रखना इसका जब तक दिल मे जान हे. *हैप्पी रिपब्लिक डे* भारत माता की जय….
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान; दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान; सब धर्मों को देकर मान रचा गया इतिहास; इसीलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास॥
आओ देश का सम्मान करे शहीदो की शहादत याद करे एक बार फिर से राष्ट्रा की कमान.. हम हिन्दुस्तानी अपने हाथ धरे.. आओ.. गणतंत्र दिवस का मान करे….
अलग है भाषा, धर्म जात और प्रांत, पर हम सब का एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।
सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई!
हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई हर धर्म की रक्षा की है; सभी वर्ग के लोगों को सम्मान देने की प्रतिज्ञा की है; ऐसा सशक्त और मज़बूत लोकतंत्र किया तैयार; जिसकी हर देशवासी ने दिल से इच्छा की है।
दाग गुलामी का धोया है जान लूटा कर डीप जलाए है, कितने दीप भुझा कर मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को रखना होगा।
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे, जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे। क्योंकि भारत हमारा देश है अब दोबारा इस पर कोई आँच ना आने देंगे. जय हिंद!! हैप्पी रिपब्लिक डे!
चलो फिर से खुद को जगाते हैं; अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं; याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी; जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं।
झंडा लहराना है, वंदे मातरम के गीत गाना है! सुन कर देश को ललकारना है, आओ मिलकर अब स्वप्न देखा जो साकार करना है! हॅपी रिपब्लिक डे
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे। गणतंत्र दिवस की बधाई!
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोर पाए, रिश्ता हमारा ऐसा कोई ना तोड़ पाए, दिल एक है एक जान है हमारी, हिन्दुस्तान हमारा है हम इसकी शान हैं। हैप्पी रिपब्लिक दे 2022
गांधी स्वप्ना जब सत्य बना, देश तभी जब गणतंत्र बना, आज फिर से याद करे वो मेहनत, जो की थी वीरो ने, और भारत गणतंत्र बना. हैप्पी रिपब्लिक डे.
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है
हमें यह शौक हैं देखें सितम की इंतहा क्या है
कोई दम का मेहमां हूं एक अहले महफिल
कोई दम का मेहमां हूं एक अहले महफिल
चरागे शहर हूं, बुझा चाहता हूं
हवा में रहेगी मेरे ख्याल की बिजली
ये मुश्ते खाक है, फानी रहे न रहे॥
दहर से क्यों खफा रहें, चर्ख का क्यों गिला करें
सारा जहां अदू सही आओ मुकाबला करें
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है
करता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ बातचीत,
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है।
जो अगणित लघु दीप हमारे…
जो अगणित लघु दीप हमारे
तूफानों में एक किनारे,
जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन
माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल
कलम, आज उनकी जय बोल
ऐ ज़मीं माँ तिरी ये उम्र तो आराम की थी
बोझ उठाए हुए फिरती है हमारा अब तक
ऐ ज़मीं माँ तिरी ये उम्र तो आराम की थी
नक़्शा ले कर हाथ में बच्चा है हैरान
कैसे दीमक खा गई उस का हिन्दोस्तान
तुम तरस नहीं खाते, बस्तियाँ जलाने में
लोग टूट जाते हैं, एक घर बनाने में
तुम तरस नहीं खाते, बस्तियाँ जलाने में
हर धड़कते पत्थर को, लोग दिल समझते हैं
उम्र बीत जाती है, दिल को दिल बनाने में…
जला अस्थियाँ बारी-बारी…
जला अस्थियाँ बारी-बारी
चिटकाई जिनमें चिंगारी,
जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर
लिए बिना गर्दन का मोल
कलम, आज उनकी जय बोल….
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा
यह नगर सौ मरतबा लूटा गया है
दिल की बर्बादी का क्या मज्कूर है
यह नगर सौ मरतबा लूटा गया है
महफिल उनकी, साकी उनका
आंखें मेरी बाकी उनका
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमान
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे
आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।
वह गुलशन जो आबाद था गुजरे जमाने में
मैं शाखे खुश्क हूं उजड़े गुलिश्तां का
दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाये है कितने दीप भुझा कर,
मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को…
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर ।
हैप्पी रिपब्लिक डे.
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है एक है जान हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है।
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं।
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है।
ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं।
वतन की ख़ाक से मर कर भी हम को उन्स बाक़ी है
मज़ा दामान-ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में ।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
भारत माता तेरी गाथा
सबसे ऊंची तेरी शान
तेरे आगे शीश झुकाएं
दें तुझको हम सब सम्मान
भारत माता की जय ।
तुझको नमन ऐ मेरे वतन,
महिमा तेरी मैं क्या कहूं?
तेरे गुणों का गुणगान,
मैं हरदम यूं ही करती रहूं।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
भलाई ये कि आज़ादी से उल्फ़त तुम भी रखते हो
बुराई ये कि आज़ादी से उल्फ़त हम भी रखते हैं।
मेरे देश का मान हमेशा बनाये रखूँगा
दिल तो क्या जान भी इस पर निछावर करूँगा
अगर मिले मौका देश के काम आने का
तो बिना कफ़न के ही देश के लिए सो जाऊंगा ।
मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम,
मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो इंकलाब लिख जाता है ।
चलो फिर से खुद को जागते है
अनुसासन का डंडा फिर घूमाते है
सुनहरा रंग है गणतंत्र का सहीदो के लहू से
ऐसे सहीदो को हम सब सर झुकाते ।
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियों वतन के नाम पर।
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है
हमें यह शौक हैं देखें सितम की इंतहा क्या है
कोई दम का मेहमां हूं एक अहले महफिल
कोई दम का मेहमां हूं एक अहले महफिल
चरागे शहर हूं, बुझा चाहता हूं
हवा में रहेगी मेरे ख्याल की बिजली
ये मुश्ते खाक है, फानी रहे न रहे॥
दहर से क्यों खफा रहें, चर्ख का क्यों गिला करें
सारा जहां अदू सही आओ मुकाबला करें
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है
झंडा लहराना है, वंदे मातरम के गीत गाना है! सुन कर देश को ललकारना है, आओ मिलकर अब स्वप्न देखा जो साकार करना है! हॅपी रिपब्लिक डे
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे। गणतंत्र दिवस की बधाई!
हर दुश्मन से आज बचाकर राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे॥ गणतंत्र दिवस की बधाई!
आज सलाम है उन वीरो को जिनके कारन यह दिन आता है वो मां खुशनसीब होती है बलिदान जिनके बच्चों का देश के काम आता है गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
भारत माता तेरी गाथा, सबसे उँची तेरी शान, तेरे आगे शीश झुकाए, दे तुझको हम सब सम्मान! हैप्पी रिपब्लिक डे 2022
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे, जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे। क्योंकि भारत हमारा देश है अब दोबारा इस पर कोई आँच ना आने देंगे. जय हिंद!! हैप्पी रिपब्लिक डे!
दिल एक है और जान एक है….
दिल एक है और जान एक है….
हिन्दोस्तान हमारा और हम इसकी शान हैं
Happy Republic Day 2022
हमें जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा
हमें जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा,
याद रखेंगे शहीदों को और बलिदान तुम्हारा।
Happy Republic Day 2022
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है
हमें यह शौक हैं देखें सितम की इंतहा क्या है।
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें ।
दहर से क्यों खफा रहें, चर्ख का क्यों गिला करें
सारा जहां अदू सही आओ मुकाबला करें।
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है।
सारे जहाँ से अच्छा,
हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी,
यह गुलिस्ताँ हमारा।
बलिदानों का सपना सच हुआ
देश तभी आजाद हुआ
आज सलाम करें उन वीरों को
जिनकी शहादत से ये गणतन्त्र हुआ।
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब
पूछ के नहीं की जाती।
यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा,
ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा।
ये दुनिया,एक दुल्हन
ये दुनिया,एक दुल्हन,दुल्हन के माथे पे बिंदिया
कोई मेरे दिल से पूछे,
जो तक़लेफ दी है उससे मूह ना मोड:
कोई आफ़त को ना दे बुलावा,
पर उसका संहार तो करे:
कोई मेरे अतीत से समझे,
नवजवानो में उत्साह का संचार हो:
आंतक जो फेला है,
आग की उज्वल्ता दाँव पे ना हो,
बचालो.. छुपालूं आओ तुम्हे अपनी गोद में।
लो धरती मा तुझे सलाम
मेरे हर कतरे-कतरे में, हिन्दुस्तान लिख देना,
और जब मोत हो, तन पे, तिरंगे का कफन देना,
यही खुवाहिश खुदा हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देना,
अगर देना तो दिल में देशभक्ति का चलन देना।
मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम ।
हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे ।
कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ।
अगर माटी के पुतले देह में ईमान जिन्दा हैं,
तभी इस देश की समृद्धि का अरमान जिन्दा हैं,
ना भाषण से है उम्मीदें ना वादों पर भरोसा हैं,
शहीदों की बदौलत मेरा हिन्दुस्तान जिन्दा है।
तीन रंग का है तिरंगा
ये ही मेरी पहचान है
शान देश की, आन देश की
हम तो इसकी ही सन्तान हैं।
उगते सूरज और चांद में जब तक है अरुणाई,
हिन्द महासागर की लहरों में जबतक तरुणाई,
वृद्ध हिमालय जब तक सर पर श्वेत जटाएँ बाँधे,
भारत की गणतंत्र पताका रहे गगन पर छाई।
न तेरा है न मेरा है ये हिंदोस्तां सबका है,
नहीं समझी गई ये बात तो नुकसान सबका है।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहेब
सरहदें कूद के आते हैं यहाँ दफ़न होने के लिए।
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान है
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।
एक है अपना जहाँ, एक है अपना वतन
अपने सभी सुख एक हैं, अपने सभी ग़म एक हैं
आवाज़ दो हम एक हैं।
बस यह बात हवाओ को बताए रखना,
रोशनी होगी चिरागो को जलाए रखना,
लहू देकर जिसकी हिफ़ाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल मे बसाए रखना।
गुलामी क्या थी ये हम क्या जानें,
हमने तो हमेशा आजादी में सांस ली है,
गुलामी क्या है ये तो वो ही बता पाएंगे,
जिन्होंने आजादी के लिए कुर्बानी दी है।
भारतमाता तुम्हें पुकारे आना ही होगा,
कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा,
दे करके कुर्बानी अपनी जान की,
तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा
लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं,
यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं।
दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत,
हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत
दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है,
दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत।
उगते सूरज और चांद में जब तक है अरुणाई,
हिन्द महासागर की लहरों में जबतक तरुणाई,
वृद्ध हिमालय जब तक सर पर श्वेत जटाएँ बाँधे,
भारत की गणतंत्र पताका रहे गगन पर छाई।
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत
मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफ़ा आएगी।
एक सैनिक ने क्या खूब कहा है…
किसी गजरे की खुश्बू को महकता छोड़ आया हू,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हू,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत मा,
मैं अपनी मा की बाहों को तरसता छोड़ आया हू।
गणतंत्र दिवस मुबारक हो
जान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
शान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
कुर्बानियो से पाई है हमने आज़ादी,
हमारा वतन तो लाखों में एक है,
आन भी कर दी हमने वतन के नाम पर।
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्योंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है।
ए शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार
ए शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्मत का चरचा गैर की महफ़िल में है
ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा…
ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा
आज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है
न इंतिज़ार करो इन का ऐ अज़ा-दारो
शहीद जाते हैं जन्नत को घर नहीं आते
अलग है भाषा, धर्म जात,
और प्रांत, भेष, परिवेश,
पर हम सब का एक ही गौरव है,
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ।
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियो गणतंत्र दिवस फिर आया है |
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,
वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,
रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।
आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा,
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा
Indian Republic day 2022 की शुभकामनाएं
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है।
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये।
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम,
यह बलिदान तुम्हारा है,
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है।
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की
तोड़ता है दीवार नफरत की
मेरी खुश नसीबी मिली ज़िन्दगी इस चमन में
भुला न सके कोई इसकी खुशबु सातों जनम में।
देश भक्तो की बलिदान से स्वतंत्र हुए है हम
कोई पूछे कोन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय है हम।
लड़े जंग वीरों की तरह,
जब खून खौल फौलाद हुआ
मरते दम तक डटे रहे वो,
तब ही तो देश आजाद हुआ।
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो,
होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो।
गांधी स्वपन जब सत्य बना
देश तभी गणतंत्र बना
जरा याद करों वीरो की कुर्बानी
जिससे देश गणतंत्र बना।
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती,
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती,
वतन के नाम पर जीना वतन के नाम मर जाना,
शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती।
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है।
सभी भारत वासियों को
रिपब्लिक डे की हार्दिक शुभकामनाएं
मेरी दुआ है मेरे देश पैर किसी की नज़र न लगे
ऐसे ही फूलों की तरह महेकता रहे ।
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