India News (इंडिया न्यूज), Navpancham Rajyog 2025: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव और मंगल का विशेष महत्व है। शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय का देवता माना जाता है, जो प्रत्येक व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। वहीं, मंगल को ग्रहों का सेनापति और भूमि पुत्र कहा गया है। अब ये दोनों ग्रह एक विशेष योग, नवपंचम राजयोग का निर्माण कर रहे हैं, जो कुछ राशियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है।
नवपंचम राजयोग ज्योतिष में एक शक्तिशाली योग माना जाता है। जब कोई दो ग्रह एक-दूसरे से पांचवें और नौवें स्थान यानी लगभग 120 डिग्री पर होते हैं, तो नवपंचम राजयोग का निर्माण होता है। इस बार 5 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 31 मिनट पर शनि और मंगल एक-दूसरे से 120 डिग्री की दूरी पर होंगे, जिससे यह राजयोग बनेगा। यह योग कुछ राशियों के जातकों के लिए अपार लाभ और उन्नति लेकर आ सकता है।
Navpancham Rajyog 2025: शनि-मंगल बनाने जा रहे है अबतक का सबसे शक्तिशाली राजयोग इन 3 राशियों को बनाएगा करोड़पति
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं। नवपंचम राजयोग कर्क राशि के जातकों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है। इस दौरान:
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कुंभ राशि के स्वामी स्वयं शनि देव हैं। इस योग के प्रभाव से कुंभ राशि के जातकों को कई प्रकार के लाभ हो सकते हैं:
तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। नवपंचम राजयोग तुला राशि के जातकों के लिए भी अत्यंत शुभ साबित हो सकता है:
5 अप्रैल को बनने वाला नवपंचम राजयोग कई राशियों के लिए भाग्यवर्धक साबित हो सकता है। विशेष रूप से कर्क, कुंभ और तुला राशि के जातकों को इस समय का पूरा लाभ उठाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण और मेहनत बनाए रखनी चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, इस समय विशेष पूजा-पाठ और अच्छे कर्म करने से इस योग का पूरा लाभ मिल सकता है।