धर्म

नियति के विरुद्ध जाकर श्री कृष्ण ने इन 8 व्यक्तियों को कर दिया था जिन्दा?

India News (इंडिया न्यूज), Shri Krishna: श्रीकृष्ण के जीवन और लीलाओं से जुड़ी कई घटनाएँ हम न जाने कब से सुनते आ रहे हैं ऐसी ही कई घटनाओं के बारे में हमने हमारे दादी-नानी से भी कई किस्से सुने हैं, जहाँ उन्होंने नियति के विरुद्ध जाकर लोगों को जीवित किया। यहाँ 8 प्रमुख व्यक्तियों का वर्णन किया गया है जिन्हें श्रीकृष्ण ने पुनः जीवनदान दिया:

ये थे वो 8 लोग जिन्हे कृष्ण ने दिया था जीवनदान

1.परिक्षित:

अभिमन्यु के पुत्र परिक्षित का जन्म होने से पहले ही अश्वत्थामा ने उसे ब्रह्मास्त्र से मार दिया था। श्रीकृष्ण ने अपने दिव्य शक्ति से परिक्षित को पुनः जीवनदान दिया, जिससे वह पांडव वंश का उत्तराधिकारी बन सका।

भीम के प्रेम में पड़ी हिडिम्बा ने मान ली थी कुंती की ऐसी शर्त? जिसे कोई भी लड़की नहीं…..

2. संदीपनि मुनि का पुत्र:

श्रीकृष्ण ने अपने गुरु संदीपनि मुनि की गुरुदक्षिणा के रूप में उनके मृत पुत्र को यमलोक से वापस लाकर पुनर्जीवित किया था।

3. कुचेला (सुदामा):

कुचेला, जो श्रीकृष्ण के बचपन के मित्र थे, गरीबी से अत्यंत पीड़ित थे। श्रीकृष्ण ने उनके घर की स्थिति को बदल दिया और उन्हें समृद्धि और जीवन का नया अवसर दिया।

आखिर क्यों अर्जुन को करनी पड़ी थी एक नागकन्या से शादी?

4. मृत शिशु:

द्रौपदी के पांच पुत्रों को अश्वत्थामा ने रात में सोते समय मार दिया था। श्रीकृष्ण ने उनके मृत शरीरों में प्राण फूंककर पुनः जीवित कर दिया, ताकि वे स्वर्ग में जा सकें।

5. भीष्म पितामह:

महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह को शरशय्या पर लेटा दिया गया था। हालांकि, उन्होंने अपने प्राण तब तक नहीं त्यागे जब तक कि श्रीकृष्ण ने उन्हें इजाजत नहीं दी। यह भी एक प्रकार का जीवनदान था क्योंकि वे अपनी इच्छा से मृत्यु को टाल सकते थे।

मात्र इतनी सी उम्र में दुर्योधन ने भीम को पहली बार मारने का किया था प्रयास? जानें क्यों….

6. ब्रह्मास्त्र के प्रभाव से अभिमन्यु:

अभिमन्यु के पुत्र परिक्षित को ब्रह्मास्त्र से बचाने के बाद, श्रीकृष्ण ने अभिमन्यु को भी जीवनदान देने का प्रयास किया था, लेकिन नियति ने उन्हें नहीं बचाया। यह घटना श्रीकृष्ण के प्रयासों का एक उदाहरण है।

7. वृंदावन की गोपियाँ:

जब गोपियों ने श्रीकृष्ण के दर्शन न मिलने पर समाधि ले ली थी, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें पुनः जीवित किया और उन्हें दर्शन देकर उनके जीवन में आनंद लौटाया।

सिर्फ लक्ष्मण ही कर सकते थे मेघनाद का वध, पूरे 14 वर्ष तक नहीं किए थे ये 3 काम?

8. पांडव:

जब द्रौपदी ने श्रीकृष्ण से अपने पांच पतियों के जीवन के लिए सहायता मांगी, तो श्रीकृष्ण ने उनकी रक्षा की और उन्हें जीवनदान दिया, जब वे कौरवों के हाथों पराजित हो रहे थे।

इन घटनाओं के माध्यम से श्रीकृष्ण ने न केवल लोगों के जीवन को बचाया, बल्कि यह भी दर्शाया कि वह समय और नियति के पार जाकर चमत्कार कर सकते हैं।

Mahabharat: करोड़ पाप करने के बाद भी शकुनि को क्यों मिला स्वर्ग

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Prachi Jain

Recent Posts

वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना

रूस का ये निर्णय यूक्रेन द्वारा ब्रांस्क क्षेत्र में रूसी युद्ध सामग्री डिपो को लक्षित…

8 minutes ago

Delhi Election 2025 : आप का ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान लॉन्च, केजरीवाल बोले- ‘फ्री सुविधाएं देना..’

India News (इंडिया न्यूज),Delhi Election 2025: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल…

20 minutes ago

भारत के पडोसी देश में एक बार फिर खेली गई खून की होली, काफिले पर दोनों तरफ से बरसाई गई गोली, 50 लोगों की हुई मौत

Terror Attack in Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम इलाके में आतंकियों ने वाहनों…

43 minutes ago

Delhi Election 2025: संजय सिंह का बड़ा बयान, बोले- ‘BJP चाहे जितना विरोध करे लेकिन…’

India News (इंडिया न्यूज),Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनावों की आधिकारिक घोषणा से पहले ही…

43 minutes ago