India News (इंडिया न्यूज), Sita cursed four people: राजा दशरथ की मृत्यु उस समय हुई जब राम, लक्ष्मण और सीता वनवास में थे। यही वह अवसर था जब सीता ने चारों लोगों को पहली और आखिरी बार श्राप दिया था। इसीलिए वे सभी आज तक श्रापित हैं। राघुनंदन, आपको अपना अंतिम संस्कार फल्गु नदी के तट पर ही करना चाहिए, सीता ने फल्गु नदी के तट पर विलाप कर रहे राम और लक्ष्मण से कहा। भाइयों ने खुद को संभाला और अपना सामान इकट्ठा करने के लिए निकल पड़े। कई घंटे बीत गए। कोई भी भाई वापस नहीं आया। समय बीतता जा रहा था। सीता की आँखें सूरज की चाल देख रही थीं। दोपहर खत्म होने वाली थी। सूरज उग रहा था। जल्द ही शाम हो जाएगी। अगर शाम हो जाती, तो अनुष्ठान का समय समाप्त हो जाता।
ऐसी स्थिति में सीता ने अपने पास उपलब्ध सामग्री से ही इस अनुष्ठान को करने का निर्णय लिया। इस अनुष्ठान के ये पांच साक्षी थे फल्गु नदी, अग्नि, गाय, वट और केतकी के फूल। जब राम और लक्ष्मण लौटे तो शाम होने वाली थी। जब सीता ने उन्हें बताया कि उन्होंने अंतिम संस्कार कर दिया है तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। दोनों भाई आश्चर्यचकित थे कि सामग्री के अभाव में इतने सीमित संसाधनों में अंतिम संस्कार कैसे किया जा सकता है। तब सीता ने कहा, “मेरे पास पांच साक्षी हैं।
मौत आने से पहले इंसान को दिखने लगती हैं ये 4 चीजें, खुल जाते हैं दो दरवाजे…ऐसे आते हैं यमदूत
राम ने पूछा, “हे पूज्य फल्गु, मुझे बताओ, क्या सीता ने अनुष्ठान पूरा किया? नहीं, नहीं किया” उत्तर मिला। सीता अवाक रह गईं। फिर गाय से पूछा। उसने भी साफ मना कर दिया। अब केतकी की बारी थी, वहां से भी साफ इनकार था। सीता अब धैर्य खो रही थीं। कम से कम उन्हें विश्वास तो था कि अग्नि ही उनका एकमात्र सहारा है, लेकिन जब उसने भी मना कर दिया तो सीता अंदर ही अंदर चीख उठीं। अब तो सिर्फ बरगद का पेड़ ही बचा है।
राम ने अपने प्रश्न में पूछा, “बताओ, क्या आदर्श पूर्ण हो गया है, मेरी पत्नी ने अनुष्ठान क्यों पूरा कर लिया है? हाँ, हो गया है” उत्तर था। बिल्कुल हो गया। अब जब सीता को कुछ सहारा मिला तो उसने अपने पति से पूछा, “क्या अब तुम्हें मुझ पर भरोसा है?” तब माता सीता ने फूल, फल्गु नदी, गाय और अग्नि को श्राप दे दिया। केतकी के फूल की पूजा नहीं होगी।
गाय को श्राप दिया कि तू बचा हुआ भोजन खाकर जीवित रहेगी। फल्गु नदी को श्राप दिया कि तुम सूखी ही रहोगी, सीता जी ने बरगद के पेड़ को अमरता का आशीर्वाद दिया। तेरा सदैव सम्मान होगा। बनारस को पवित्र मान। देवी के इन श्रापों का दुष्प्रभाव आज भी सभी पर है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
गर्लफ्रेंड के ब्रेस्ट पर चुटकुले सुनाना इस कॉमेडियन को पड़ा भारी, माता-पिता को करना पड़ा…
High Blood Pressure: हाई डोज लेने पर सडन कार्डियक अरेस्ट का खतरा अधिक पाया गया।
India News (इंडिया न्यूज़)Air Pollution : दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ता वायु प्रदूषण…
AR Rahman Divorce: मशहूर भारतीय संगीतकार एआर रहमान अपनी पत्नी सायरा से करीब 29 साल…
Saudi Arabia: सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
India News HP(इंडिया न्यूज) ,Himachal High Court : हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन…