इंडिया न्यूज़ (दिल्ली): राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट 26 जुलाई को सुनेगा,मुख्यन्यायाधीश एनवी रमना,न्यायमूर्ति कृष्णा मुरारी और हिमा कोहली ने राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर यह निर्देश दिया है.
डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2020 में सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर याचिका लगाईं थी तब स्वामी ने कहा था की इस मुद्दे को लेकर साल 2017 में केंद्रीय मंत्री से उनकी मीटिंग हुए थी लेकिन कुछ हुआ नहीं.
पहली बार सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2007 में राम सेतु को राष्ट्रीय धरोधर घोषित करने की मांग 2007 में की थी जब यूपीए सरकार ने इस सेतु को तुड़वा कर 83 किलोमीटर गहरे वाटर चैनल बनाया का फैसला किया था.
राम सेतु चुने के पत्थरो से बना एक पुल है जो रामेश्वरम के पम्बन आइलैंड को श्रीलंका के मन्नार आइलैंड से जोड़ता है,मान्यता है की भगवन श्री राम ने श्रीलंका जाने के लिए यह पुल समंदर पर बनवाया था.