India News (इंडिया न्यूज), Surya Shani Yog: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सूर्य और शनि का 30 डिग्री की कोणीय स्थिति में आना एक महत्वपूर्ण और शुभ घटना मानी जाती है। यह स्थिति बुधवार, 16 अप्रैल 2025 की सुबह 4 बजकर 59 मिनट पर बनेगी। ज्योतिषीय सिद्धांत में सूर्य और शनि के इस विशेष कोणीय योग को “द्विद्वादश योग” कहा जाता है। यह योग तब बनता है, जब कोई दो ग्रह एक-दूसरे से दूसरे और बारहवें भाव में स्थित होते हैं।
सूर्य और शनि के बीच पिता और पुत्र का संबंध है। शनिदेव की उत्पत्ति छाया से मानी जाती है, जो उनकी माता हैं। द्विद्वादश योग का यह संयोग न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं पर भी शुभ प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं कि इस योग का विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और यह समय किस प्रकार लाभकारी रहेगा।
Surya Shani Yog: 16 अप्रैल लगते ही सूर्य और शनि की जोड़ी काटेगी इन 5 राशियों के दुखों की डोर
सूर्य (पिता) और शनि (पुत्र) का यह संयोग ज्योतिष शास्त्र में विशेष माना गया है। यह योग आर्थिक समृद्धि, करियर में उन्नति और पारिवारिक सुख लेकर आता है। इसके प्रभाव से धन, स्थायित्व और कर्म में प्रगति होती है। इस बार यह योग विशेष रूप से 5 राशियों के लिए परिवर्तन और प्रगति का संकेत दे रहा है।
द्विद्वादश योग के प्रभाव से वृषभ राशि के जातकों के लिए धन लाभ के विशेष योग बन रहे हैं।
कर्क राशि के जातकों के लिए यह समय सुख, शांति और समृद्धि का है।
सिंह राशि के स्वामी सूर्य होने के कारण यह योग विशेष प्रभावशाली रहेगा।
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय उन्नति और सफलता का संकेत है।
कुंभ राशि के स्वामी शनि हैं, और यह योग आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी रहेगा।
16 अप्रैल 2025 का सूर्य और शनि का द्विद्वादश योग न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी कई शुभ परिवर्तन लाएगा। यह योग विशेष रूप से 5 राशियों के लिए लाभकारी रहेगा। इस समय का सदुपयोग करके नकारात्मकता को पीछे छोड़कर नई ऊर्जा और उत्साह के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। धार्मिक गतिविधियों में भाग लें और अपने कार्यक्षेत्र में अनुशासन और समर्पण के साथ प्रयास करें।