नम्रता भिवानी
उद्यमी गौरव मिश्रा ने दो साल पहले अपने जीवन को एक व्यवस्थित क्रम में करने के लिए सभी चीजों को छोड़ दिया। अभी भी कई बार जीवन सुख-सुविधाओं के लिए अव्यवस्थित हो जाता है। लेकिन इसके लिए संभवत: किसी भी चीज के अत्याधिक उपयोग को छोड़ना होता है और विषय-वस्तु को अत्याधिक भरने की अपेक्षा एक संयमी जीवन शैली का नेतृत्व करना होता है। इसलिए गौरव मिश्रा ने अप्रैल 2008 में, एक निर्णय लिया किया कि- ‘उनके जीवन में अस्तव्यस्तता बोझ बनती जा रही है।’ इसलिए उन्होनें एक बहुत बड़े निरीक्षण का आरंभ किया, जिस जगह भारहीनता एक नारा था- जो एक बाई, बाहर खाना, चल-सामग्री और सस्ती भड़कीली चीजों के अति प्रयोग पर शुरू हुआ था। यहाँ तक कि जिसमें कॉफी को भी वर्जित सूची में स्थान दिया गया था। केवल ठहराव ही था, जिसे बहुत आवश्यक समझा गया था, क्योंकि उनके परिवर्तित जीवन में आराम करने के लिए कोई स्थान नहीं था। दिल्ली के निवासी ने कारे बेची और साथ ही साथ अपनी नौकरी को छोड़कर वह अपने हल्के से बैग को पैक करके, जॉर्ज टाउन, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना हो गए। मेरे मस्तिष्क में, मैं उस दौड़ के लिए दौड़ चला था। गौरव बताते हैं कि-मेरे पास मेरी आशा से अधिक था। इसलिए मैनें विश्राम लिया और मैं मेरे ब्लॉग पर एक प्रतियोगिता के लिए दौड़ा और उन तीन कमरों से भरे हुए समान को बहुत काम कर दिया। उनकी अनावृत-आवश्यकताओं का परीक्षण एक वर्ष उम्मीद था, हालांकि यह 11 महीने तक ही चला। गौरव ने अब बीच का रास्ता अपनाया। यहाँ वह है, जो उसके लिए मायने रखता है?
गौरव कहते हैं कि- ‘मेरी जीवन शैली निम्न है और मैं अभी भी अपनी बातें नहीं करना चाहता हूं।’ गौरव ना ही किसी संगीत सिस्टम, ना ही कोई टीवी और ना ही किसी भी कार पर, बल्कि उस पर ध्यान केन्द्रित करते हैं, जो केवल कार्यात्मक है। लेकिन इन सब के बाद चाहत और जरूरत के बीच अंतर व्यक्तिगत व्याख्या से स्पष्ट होता है। मेरे पास तीन दर्जन काले रंग के कपड़े हैं, जो मुझे यह याद दिलाने के लिये है कि-मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है। चल-सामग्री के लिए मेरे पास दो छोटे और मोटे गद्दे और एक कम केन्द्रित मेज और तकिया और मेरे पास एक अपना ही रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीश्नर हैं। लेकिन यहाँ सजावट के लिए कुछ भी नहीं है। अब मैं बाहर किसी अवसर पर ही भोजन करने के लिए जाता हूँ। इससे पहले मेरे पास 500-600 शराब और शॉट चश्मे के साथ दो बार थे। अब मेरा एक अपना सेट है। मेरे पास अभी तक उत्तेजित करने के लिए अपनी कोई एक किताब नहीं है।
उनके लिए मुक्ति अल्प-व्ययी जीवन दर्शन बन रहा है। जब एक बार आप जान जाते हैं कि- आप बहुत थोड़े के साथ कुछ कर सकते हैं, तो आप किसी भी चीज के व्यावहारिक रूप से दूर जा सकते हैं। गौरव कहते हैं कि- मैं अभी भी एक सामान्य कम्पनी के साथ 9-7 की नौकरी के लिए गया होता हूँ। मैं अब पहलुओं पर ध्यानकेंद्रित कर सकता हूँ, जो मुझे उत्साहित करते है। मैं ऊपर से कठोर होने के बारे में नहीं जनता हूँ, लें इसने मुझे एहसास मुक्त बन दिया है। उन्होनें एक किताब से एक महिला का उदाहरण प्रस्तुत किया, जो हर दो-तीन साल में कुछ नया करना चाहती है/ एक पार्टी में, एक आदमी ने उससे कहा- मैं आपसे ईर्ष्या करता हूँ, क्योंकि आप सब कुछ छोड़कर, एक नए सिरे से शुरूआत करती है। उन्होनें उससे पूछा कि- वह क्या है, जो उन्हें ऐसा करने से रोकता है? आदमी ने उन्हें उत्तर दिया कि- मैंने प्यार किया, लेकिन मुझे सिर्फ एक नया कोच मिला। जब महिला ने कहा कि- कोई भी कोच मुझे जो मैं करना चाहती हूँ, ऐसा करने से नहीं रोक सकता है, तो गौरव महिला के इस प्रकार के नजरिए से आकर्षित हुए।
गौरव अभी भी अखबारों और पत्रिकाओं को नहीं पढ़ते हैं और नाहीं टीवी देखते हैं। मैं आज कुछ भी पढ़ना नहीं चाहता हूँ। वह कहते हैं कि-अब से मुझे एक महीने को जानने की जरूरत नहीं है। लोकप्रिय संस्कृति से दूर होने के निर्णय के कारण वह डरते हैं कि-शायद वह यह समझने में सक्षम् नहीं हैं कि- सामान्य लोग क्या करते हैं। उदाहरण के लिए, लोग विश्व कप को देखने के लिये एक दिन के १० घंटे क्यों खर्च करते हैं? वह दोस्तों के साथ संपर्क में रहते हैं और संसार के साथ ताल-मेल बनाये रखने के लिए शायद ही वें कभी अकेले भोजन करते हैं। उन्होनें भी एक वर्ष में २०० ब्लॉग्स और नाट्यरूपक पढ़े और लगभग १०० पुस्तकें पढ़ी हैं। उन्होनें ये सभी किताबें ठोस प्रतियों में नहीं खरीदी थी। लेकिन उन्होनें ये सब कुछ’किन्डल’, सिर्फ एक उपकरण जो इन सभी को एक साथ सम्मिलित करता है, पर पढ़ा।
उनके अतिसूक्ष्मवाद का तात्पर्य है कि- वह एक उपयुक्त लड़के के रूप में खेलने के लिए महत्वपूर्ण उम्मीदवार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि- मैं ऊपर हवा में, जॉर्ज क्लूनी की तरह हूँ। हर महीने मैं एक छोटे से बैग के साथ छह शहरों की यात्रा करता हूँ। यह एक स्थायी संबंध की ओर झुकाव नहीं है। जबकि वह अपनी पूर्व-पत्नी के उपहार या पत्र नहीं रख सकते हैं। जिसका अर्थ यह नहीं है कि- वह भावनाओं के हल्के अल्पाहार पर है। गौरव कहते हैं कि- उनका महत्व समान बना रहता है और अर्थात वह अपनी पूर्व-पत्नी के साथ एक अच्छा संबंध बनाए रखते हैं।
शायद एक देश, जहां ज्यादातर लोग बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष करते हैं, में स्वाधीनता की भावना है। तो क्या इसलिए अतिसूक्ष्मवाद में विश्वास करने के लिए यह आसान है, क्योंकि वहाँ कोई वित्तीय असुरक्षा नहीं है? गौरव कहते हैं कि- वहां हमेशा उनकी जरूरतों से अधिकपैसा है। लेकिन उन्होंने इसमें से अधिकतर कैसे भी खर्च कर दिया। वह अपनी ही एक सामाजिक मीडिया कंपनी के एक निदेशक है।
वह खुद से बेहतर ब्रांड्स बाजारों की सहायता करते हैं। वह सूचित करते हैं, जबकि विरोधी उपभोक्तावाद उपदेश देते हैं, अर्थात् इस विचार से यह व्यंग्यात्मक लगता है।
विक्रेताओं के के लिए आगे बढ़ने पर, उनके स्वीकृत प्रस्ताव प्रभुत्व के बजाय, पूरे संसार से अनुभवों की विचारधाराओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थापित हैं। वह कहते हैं कि- यह मजबूरी का मामला है कि- लोग कम क्रय कर रहे हैं। क्योंकि संसार में यह वास्तविकता भी हो सकती है, लेकिन उसके आधार-पोत दिल्ली, दिखावा के लिए राजधानी है। वह हँसते हुए कहते हैं कि- इसीलिए जहाँ तक संभव हो सकता है, मैं शहर में यात्रा को करने से बचता हूँ।
इसे थोड़ी मात्रा में करो, अपने आपको इसे अभिभूत मत करने दो। इसे अपनी छुट्टियों पर, एक ओर कुछ ही दिनों या एक सप्ताह या कुछ घंटे के लिए निर्धारित करो।
अवधि के अनुसार इसे कम करो, अपने घर पर काम से काम एक समय पर ऐसा करो। अपने निर्णय तुरंत लो।
क्रूर रहो: यदि आप इसके बारे में सोच रहे हैं, तो यह संभावना है कि- आप इसके बिना भी यह कर सकते हैं।
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