India News (इंडिया न्यूज), Facts About Mahabharat: महाभारत में वर्णित अनेक अद्वितीय पात्रों में रुक्मिणी का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी सुंदरता, भक्ति और भगवान कृष्ण के प्रति उनका निस्वार्थ प्रेम उन्हें अन्य पात्रों से अलग करता है। रुक्मिणी न केवल धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का अवतार मानी जाती हैं, बल्कि उनकी कहानी प्रेम, साहस और विश्वास का प्रतीक भी है।

रुक्मिणी की अद्वितीय सुंदरता

ग्रंथों में रुक्मिणी की सुंदरता की तुलना दिव्य प्राणियों से की गई है। उनकी मोहक आकृति और आकर्षक व्यक्तित्व ने न केवल साधारण लोगों बल्कि शक्तिशाली राजाओं को भी प्रभावित किया। उनके रूप और गुणों के कारण अनेक राजा उनसे विवाह करने के लिए इच्छुक थे। लेकिन रुक्मिणी का हृदय केवल भगवान कृष्ण के लिए समर्पित था।

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रुक्मिणी का प्रेम और भगवान कृष्ण

रुक्मिणी ने बचपन से ही भगवान कृष्ण के गुणों और उनकी लीलाओं के बारे में सुना था। वह उनकी दिव्यता और साहस से इतनी प्रभावित थीं कि उन्होंने निश्चय कर लिया कि वे केवल कृष्ण को ही अपना पति बनाएंगी। यह जानते हुए कि उनका भाई रुक्मी उनकी शादी शिशुपाल से करवाना चाहता है, उन्होंने भगवान कृष्ण को एक संदेश भेजा। इस संदेश में उन्होंने अपने प्रेम और अपने भाई की योजनाओं के बारे में बताया तथा भगवान कृष्ण से उन्हें अपहरण करने की प्रार्थना की।

रुक्मिणी स्वयंवर और कृष्ण द्वारा अपहरण

रुक्मिणी के स्वयंवर के दिन, सभी राजा और राजकुमार एकत्रित हुए थे। रुक्मी की योजना थी कि शिशुपाल रुक्मिणी से विवाह करे। लेकिन भगवान कृष्ण ने रुक्मिणी के संदेश का मान रखा। जैसे ही रुक्मिणी ने मंदिर में पूजा समाप्त की, भगवान कृष्ण ने अपने रथ पर उनका अपहरण कर लिया। यह घटना रुक्मी और अन्य राजाओं के लिए बड़ा झटका थी। रुक्मी ने कृष्ण का पीछा किया, लेकिन भगवान ने उसे पराजित कर दिया और रुक्मिणी को अपनी पत्नी बनाकर द्वारका ले गए।

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देवी लक्ष्मी का अवतार

रुक्मिणी को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। उनकी भक्ति, सौंदर्य और गुणों ने उन्हें भगवान विष्णु (कृष्ण) की अनन्य प्रिया बना दिया। रुक्मिणी की कथा यह दर्शाती है कि सच्चा प्रेम न केवल बाहरी सुंदरता बल्कि भक्ति, विश्वास और साहस पर आधारित होता है।

रुक्मिणी की कहानी महाभारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनकी जीवन गाथा प्रेम, निष्ठा और साहस का प्रतीक है। भगवान कृष्ण और रुक्मिणी का विवाह यह सिखाता है कि सच्चा प्रेम हर बाधा को पार कर सकता है। उनकी कथा हमें न केवल प्रेम और भक्ति का महत्व सिखाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जब ईश्वर में सच्चा विश्वास होता है, तो हर समस्या का समाधान संभव है।