धर्म

सबसे शक्तिशाली हथियार ब्रह्मास्त्र के पीछे छिपे है कई बड़े राज …आज के परमाणु से भी ज्यादा खतरनाक है अगर चल जाए तो?

India News (इंडिया न्यूज), Brahmastra: ब्रह्मास्त्र हिंदू धर्म में एक अलौकिक और सबसे शक्तिशाली अस्त्र माना जाता है, जिसका उल्लेख रामायण और महाभारत जैसे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। इस अस्त्र के बारे में कई पौराणिक कहानियां हैं जो इसे अद्वितीय और विनाशकारी साबित करती हैं।

ब्रह्मास्त्र की उत्पत्ति:

ब्रह्मास्त्र को ब्रह्मा जी द्वारा निर्मित माना जाता है, जिन्हें सृष्टि के रचयिता के रूप में जाना जाता है। इस अस्त्र को इसलिए बनाया गया था ताकि संसार में अधर्म और अनैतिकता के फैलाव को रोका जा सके और इंसान ब्रह्मांडीय नियमों का पालन करता रहे। इसे चलाने के लिए मंत्रों का प्रयोग किया जाता था, और इसे इतना शक्तिशाली माना जाता है कि इसके निशाने से बचना लगभग असंभव होता है।

‘ये है पांडवों का अंतिम पड़ाव’…महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद आखिर क्यों श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कह दी थी इतनी बड़ी बात?

ब्रह्मास्त्र की विशेषताएँ:

  • अविनाशी अस्त्र: ब्रह्मास्त्र की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसका सामना करने का कोई उपाय नहीं होता। यदि एक बार इसे छोड़ा गया, तो यह अपने लक्ष्य का पूरी तरह विनाश कर देता है।
  • केवल ब्रह्मास्त्र से निवारण: इस अस्त्र को पराजित करने के लिए केवल एक ही उपाय है, और वह है एक और ब्रह्मास्त्र का वार। यानी इसे निष्क्रिय करने के लिए दूसरे छोर से भी ब्रह्मास्त्र चलाना पड़ता है।
  • भारी विनाश: ब्रह्मास्त्र के प्रयोग से आस-पास की सभी वस्तुओं का नाश हो जाता है। इसके प्रभाव से न केवल व्यक्ति बल्कि पूरी प्रकृति प्रभावित हो सकती है।

ब्रह्मास्त्र का प्रयोग:

इतिहास और पुराणों में बहुत कम लोगों को ब्रह्मास्त्र चलाने का ज्ञान था। यह अस्त्र केवल कुछ विशिष्ट योद्धाओं द्वारा ही चलाया जा सकता था।

इस स्त्री के चक्कर में श्री कृष्ण से खफा हो गया था उन्ही का भाई, कभी किसी को नहीं बताता था अपने रिश्ते की सच्चाई?

महाभारत काल में:

  1. श्रीकृष्ण: भगवान श्रीकृष्ण को भी ब्रह्मास्त्र का ज्ञान था, लेकिन उन्होंने इसका बहुत कम इस्तेमाल किया।
  2. द्रोणाचार्य और अश्वत्थामा: द्रोणाचार्य और उनके पुत्र अश्वत्थामा को ब्रह्मास्त्र का ज्ञान था। अश्वत्थामा ने इसका उपयोग महाभारत के युद्ध के अंत में किया।
  3. कर्ण और युधिष्ठिर: कर्ण और युधिष्ठिर भी इस अस्त्र के प्रयोग में सक्षम थे।

रामायण काल में:

  1. मेघनाद और लक्ष्मण: रामायण काल में मेघनाद और लक्ष्मण जैसे योद्धा ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर सकते थे।

कौन थी दशानन रावण की बेटी? जिसे रामभक्‍त हनुमान से हो गया था प्यार

श्रीकृष्ण और ब्रह्मास्त्र की कथा:

महाभारत युद्ध के बाद अश्वत्थामा ने अपने पिता द्रोणाचार्य की मृत्यु का प्रतिशोध लेने के लिए ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया। उसने इसे पांडवों की ओर छोड़ा, लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपने दिव्य कौशल से इसे वापस मोड़ दिया। जब अश्वत्थामा ने इसे उत्तरा के गर्भ में पल रहे परीक्षित की ओर मोड़ा, तो श्रीकृष्ण ने अपने सूक्ष्म रूप में उत्तरा के गर्भ में प्रवेश करके परीक्षित को बचाया। इस घटना से ब्रह्मास्त्र के विनाशकारी प्रभाव और श्रीकृष्ण की महानता का पता चलता है।

निष्कर्ष:

ब्रह्मास्त्र, हिंदू धर्म में परमाणु हथियारों से भी अधिक शक्तिशाली माना जाता है। इसका प्रभाव व्यापक और विनाशकारी होता है। इसे केवल विशेष योद्धा ही चला सकते थे, और इसका सामना करने का कोई सामान्य उपाय नहीं होता था।

द्रौपदी की खूबसूरती के क्या थे वो 5 अद्भुत रहस्य? इंद्रलोक की अप्सराएं भी जवाब के लिए करती रह गईं आकाश पाताल एक

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Prachi Jain

Recent Posts

UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश

India News (इंडिया न्यूज),UP News: चमनगंज क्षेत्र के तकिया पार्क के पास स्थित 1 मंदिर…

9 minutes ago

महिला और अति पिछड़ा वोटरों के साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम

India News (इंडिया न्यूज),JDU Leaders Flagged Off Chariot: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब मात्र…

24 minutes ago

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा

India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस हमलावर नजर…

46 minutes ago

हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट

India News (इंडिया न्यूज),Himachal Pradesh Weather: हिमाचल के निचले पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की ठंड…

1 hour ago

नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…

India News (इंडिया न्यूज),MP News: MP के CM डॉ. मोहन यादव रविवार (22 दिसंबर) को…

2 hours ago

UP News: लड़की ने प्यार में मिले धोखे का लिया खौफनाक बदला, काट दिया प्रेमी का प्राइवेट पार्ट

India News (इंडिया न्यूज),Muzaffarnagar News: यूपी के मुजफ्फरनगर से एक सनसनीखेज घटना सामने निकलकर आई…

2 hours ago