This book is based on many experiments
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी, जिसे अगर बुद्धत्व अथवा ज्ञान की राजधानी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस पावन स्थल पर दिनांक 21 मई 2022 को एक भव्य अध्यात्मिक आयोजन होगा। कार्यक्रम का मार्गदर्शन , विश्वविख्यात आध्यात्मिक गुरु व दंपत्ति प्रीताजी व कृष्णाजी करेंगे। प्रीताजी व कृष्णाजी “एकम” नाम का एक भव्य व विशाल ध्यान केंद्र संचालित करते हैं। चेन्नई से 70 किलोमीटर की दूरी पर है l
इस ध्यान केंद्र में उनके हज़ारों अनुयाई एक साथ योग-ध्यान, मुक्ति ध्यान आदि का अभ्यास करते हैं। इसके अलावा विश्वभर में उनके लाखों अनुयायी हैं जो ये दावा करते हैं कि वे उनके बताये मार्ग पर चलकर परमानन्द को प्राप्त हुए हैं। वैसे तो भारत में कई पंथ व समुदाय हुए हैं, जो अपनी अपनी तरह से वैदिक ज्ञान के प्रचार प्रसार करते रहे हैं।
प्रीताजी और कृष्णाजी के अनुसार, उनका ध्येय है कि वे दुनिया भर में एक ऐसी अभूतपूर्व आध्यात्मिक क्रांति ला सकें . जिससे प्रभावित हो कर हर मनुष्य हिंसा से शांति की ओर, अलगाव से एकत्व की ओर तथा विभाजन से परस्पर प्रेम की ओर अग्रसर हो सकें।
पटना में होने वाले इस शिविर में प्रीताजी और कृष्णाजी लोगों को ज्ञान और चैतन्य का आशीर्वाद देंगे। यहाँ उपस्थित लोग महाशांति और दिव्य अनुग्रह का अनुभव करेंगे। इसी शिविर में प्रीताजी व कृष्णाजी ने उनकी ग्लोबल बेस्ट सेलिंग किताब-‘द फ़ोर सेक्रड सीक्रेट का हिंदी अनुवाद चार परम रहस्य’ का लॉंच भी करेंगे।
आपको बतादें कि उनकी पुस्तक ‘चार परम रहस्य’ दुनिया भर के कई देशों में ना सिर्फ बेस्ट सेलिंग बुक के तौर पर पहचान रखती है बल्कि इसके पाठकों का यह दावा है कि इस पुस्तक ने उनके जीवन में कई अभूतपूर्व परिवर्तन लाये हैं।
यह पुस्तक प्रीताजी और कृष्णाजी के द्वारा किये गए ध्यान के अनेक प्रयोगों व सिद्धांतों पर आधारित है। प्रीताजी व कृष्णाजी के अनुसार यह पुस्तक सिर्फ उनके अनुयायियों के लिए नहीं है, बल्कि यह पुस्तक हर उस इंसान को प्रेरणा देती है जो अपने जीवन को सुख, शांति व वैभव के साथ व्यतीत करना चाहता है। उनका कहना है कि इस पुस्तक के माध्यम से व इसके प्रचार प्रसार से लोगों को अध्यात्मिक मार्ग पर लाने व सरल-सात्विक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
इसी प्रकार के जन-जागरण के उद्देश्य से और वैश्विक स्तर पर आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचार के उद्देश्य से “एकम” द्वारा सत्र 2022-23 में दुनिया के सात महाद्वीपों में अपने विश्व यात्रा का संकल्प किया जा रहा हैं, जिसका प्रारंभ पटना की उस पावन भूमि से किया जाएगा जहाँ विश्व में शांति व आध्यात्म के प्रतीक, भगवान् बुद्ध ने मुक्ति का ज्ञान प्राप्त किया था और इसी प्रेरणा से एकम के तत्वाधान में प्रीताजी और कृष्णाजी द्वारा दुनिया भर को मुक्ति का ज्ञान प्रदान करने के लिए इस महायज्ञ का प्रारंभ करने जा रहे हैं।
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