(इंडिया न्यूज़, This is how these cities of India celebrate Diwali, the festival of lights): दिवाली का फेस्टिवल नजदीक आ रहा है। घरों में साफ़-सफाई भी जारी है। दिवाली का त्योहार हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है। दिवाली का त्योहार कार्तिक मास में ही मनाया जाता है। भारत देश विविधताओं से भरा हुआ देश है ऐसे में यहां दिवाली को कई तरीको से मनाया जाता है। दिवाली फेस्टिवल खूब साडी रोशनी,प्यार और नई शुरुआत का प्रतीक है। आइये आज हम आपको दिवाली के उन सेलिब्रेशन के बारे में बताएंगे, जो अलग और हटके है।

अयोध्या

भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ ऐसे में भगवान राम की जन्म स्थान अयोध्या में दिवाली पर्व के दिन बहुत खूबसूरत दिखता है। भगवान राम ने रावण से युद्ध में विजय पा कर इस दिन अयोध्या लौटे थे इस ख़ुशी में अयोध्या में हर साल दिवाली पर लाखो दिए जलते है। यहां पर हर साल रिकॉर्ड तोड़ वाली संख्या में दिए जलाए जाते हैं और शाम को कई ईवेंट्स भी होते है।

वाराणसी

देव दीपावाली को दिवाली एक दिन नहीं, बल्कि दिवाली के करीब दो हफ्तों बाद मनाया जाता है। पूर्णिमा के दिन मनाए जाने वाले इस त्योहार के बारे में कहा जाता है कि इस दिन भगवान गंगा में स्नान करने धरती पर आते हैं। यही वजह है कि इस दिन गंगा घाट को लाखों की संख्या में मिट्टी के दीयों से सजा दिया जाता है।

पंजाब

पंजाब में कैदी मुक्ति दिवस के मौके पर सिख दिवाली को बंदी छोड़ दिवस के रूप में सेलिब्रेट करते हैं। 52 कैदियों के साथ छठे सिख गुरु को दिवाली के दिन ही ग्वालियर किला से मुक्त किया गया था। खासकर अमृतसर में इस मौके को बेहद खूबसूरती से सेलिब्रेट किया जाता है।

ऑरोविल

योग, मेडिटेशन और यूनिक कम्युनिटी लिविंग का परफेक्ट उदाहरण है ऑरोविल, जो तमिलनाडु में स्थित है। यहां दिवाली अलग ही तरह से मनाई जाती है। इस जगह को मिट्टी के दीयों से इतना सजाया जाता है कि पूरा ऑरोविल चमक उठता है.