Saubhagya Sundari Vrat 2022: हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत किया जाता है। सुहागिनें इस व्रत को अखंड सौभाग्य के लिए करती हैं। इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी कर सकती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक किसी कुंवारी कन्या की कुंडली में अगर किसी भी तरह का कोई वैवाहिक दोष हो तो इस व्रत को करने से सभी दोष दूर हो जातें हैं।

हिंदू पंचांग के मुताबिक, सुहागिन महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को करती हैं। इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखकर माता पार्वती की पूजा कर सदा सुहागिन रहने की कामना करती हैं। इस वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि की शुरूआत गुरूवार 10 नवंबर से शाम 06:32 से हो चुकी है। आज शुक्रवार, 11 नवंबर को रात 8:17 तक ये तिथि रहेगी। आज इस व्रत को किया जाएगा। सौभाग्य सुंदरी व्रत उदयातिथि के आधार पर आज रखा जा रहा है।

जानें कैसे करें पूजा

  • सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करके मंदिर को साप कर लें।
  • इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है।
  • एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर शिव-पार्वती की मूर्ति स्थापित करें।
  • शिव-पार्वती की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करके व्रत की शुरूआत करें।
  • मां पार्वती को कुमकुम, रोली और अक्षत के साथ सुपारी अर्पित करें।
  • इसके साथ ही माता पार्वती को 16 श्रृंगार चढ़ाएं।
  • सौभाग्य सुंदरी व्रत में पूजा के समय ॐ उमाये नमः मंत्र का जप करें।

जानें क्यों रखा जाता है सौभाग्य सुंदरी व्रत

सौभाग्य सुंदरी व्रत रखने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती से महिलाएं सदा सुहागिन रहने और सौंदर्य का आशीर्वाद लेती हैं। ये व्रत करने से वैवाहिक जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। सात ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।

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