India News (इंडिया न्यूज), Vastu Shastra: आपके घर के बाहर टूटे हुए डब्बों के साथ कचरा या फिर जूते चप्पलों की काफी भरभार लगी है। ऐसा अक्सर अनजाने में होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका आपके और उस जगह पर रह रहे लोगों के जीवन पर कितना प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे ही वास्तु दोषों के उपाय बताएं गए हैं, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

वास्तु शास्त्र में दिशा का खास महत्व

वास्तु शास्त्र का मूल क्या है? दिशाएं ही है वास्तु का आधारवास्तु शास्त्र का मूल क्या है? दिशाएं ही है वास्तु का आधार

बता दें कि, वास्तु शास्त्र में हर दिशा का खास महत्व है। घर में किस दिशा में क्या रखना शुभकारी है और इसके साथ ही कौन अशुभ इसके नियम बताए गए हैं जिसका प्रभाव उस घर में रहने वाले लोगों पर पड़ता है। अक्सर जब हमें नींद आती है, तो हम किसी भी दिशा का ख्याल रखे बिना ही सो जाते हैं। जो नहीं करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमेशा दक्षिण या पूर्व की दिशा में ही सिर करके सोना चाहिए। गलती से भी अपना पैर दक्षिण दिशा में करके ना सोएं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य पर नकरात्मक असर डालता है। अगर आप चाहते हैं कि, बीमारी आपसे दूर रहे तो दिशाओं का हमेशा ध्यान रखें।

नलों से टपकता पानी का महत्व

Vastu Tips For Water Leakage: घर में नलों से हर समय पानी टपकना होता है अशुभ, धन पर पड़ता है असर - Vastu Tips For Water Leakage Water dripping from the tapsVastu Tips For Water Leakage: घर में नलों से हर समय पानी टपकना होता है अशुभ, धन पर पड़ता है असर - Vastu Tips For Water Leakage Water dripping from the taps

अक्सर कई घरों में नलों से पानी टपकता रहता है लेकिन इसका लोग ध्यान नहीं देते जो कि वास्तु के अनुसार सही नहीं है। अगर नल से हमेशा ही पानी गिरता रहता है, तो यह आपकी सेहत को खराब करता ही है। आपके घर से धन की हानि भी करता है। अगर रसोई में नल से पानी दिन रात टपकता है, तो माना जाता है कि इससे वरूण देव नाराज हो जाते हैं इससे रोजगार में हानि होने के साथ ही अन्य आर्थिक और स्वास्थ्य परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए ऐसे नलों को जितनी जल्दी हो सके ठीक कराएं।

घर की सीढ़ियों के नीचे की जगह न रखें सामान

अक्सर लोगों की आदत होती है कि घर की सीढ़ियों के नीचे की जगह को भी सामानों से भर देते हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसा करना अशुभ माना गया है। ऐसा करने से आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते है। इसलिए हमेशा घर में सीढ़ियों के नीचे की जगह को साफ- सुथरा और पूरी तरह व्यवस्थित रखें।

पढ़ाई में रखें समय दिशा का ध्यान

हा पढ़ाई के समय अगर आप दिशा का ध्यान रखते हैं तो आप अधिक एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर सकते हैं। इसलिए पढ़ने के वक्त हमेशा आपका मुंह पूर्व या उत्तर की दिशा की तरफ होना चाहिए। जिससे पॉजिटिव रिजल्ट मिलते हैं आपका स्वास्थ्य भी बना रहता है।

नौकरी के लिए वास्तु टिप्स

हम ऐसा देखते हैं कि, कई बार ऐसा होता है कितना भी परिश्रम करें आपको वो उन्नति नहीं मिलती जिसके लिए हम खुद को हकदार समझते हैं। ऐसे में जो लोग नौकरी या प्रमोशन चाहते हैं वे रोज पक्षियों को मिश्रित दाना खिलाएं। सात प्रकार के अनाजों में गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल और दालें शामिल कर सकते हैं।

ये भी पढ़े