India News (इंडिया न्यूज), Facts Of Vishnu Puran: विष्णु पुराण, महर्षि वेद व्यास द्वारा रचित 18 प्रमुख पुराणों में से एक है। यह पुराण न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार है, बल्कि इसमें ब्रह्मांड के भौतिक और खगोलीय पहलुओं का भी वर्णन मिलता है। आकाश, समुद्र, सूर्य जैसे तत्वों का विवरण, भूतों (तत्वों) का माप, और पहाड़ों के स्वरूप का विस्तृत वर्णन विष्णु पुराण की अद्भुत विशेषताएं हैं। इसमें समय-चक्र, मन्वंतर और कल्प की व्याख्या, देवताओं की उत्पत्ति, और श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र के साथ-साथ उनकी भविष्यवाणियां भी सम्मिलित हैं।
विष्णु पुराण में कलियुग के बारे में की गई भविष्यवाणियां आज के समाज में स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। खासकर धन और उससे जुड़ी परिस्थितियों का उल्लेख भविष्य के समाज के चरित्र को प्रकट करता है। आइए, विष्णु पुराण में लिखी गई धन से जुड़ी प्रमुख भविष्यवाणियों को विस्तार से समझते हैं।
विष्णु पुराण की भविष्यवाणी के अनुसार, कलियुग में मनुष्य का एकमात्र लक्ष्य धन अर्जित करना रह जाएगा। समाज में हर चीज धन के इर्द-गिर्द घूमेगी। शिक्षा का उद्देश्य अच्छे संस्कारों और स्वस्थ समाज की रचना नहीं, बल्कि केवल अधिक धन कमाना होगा। लोग नैतिकता और सिद्धांतों की परवाह किए बिना केवल धन कमाने के मार्ग पर अग्रसर होंगे। यह भविष्यवाणी आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक प्रतीत होती है।
विष्णु पुराण में वर्णित है कि कलियुग में मनुष्य धन के बल पर राजा बनेगा। शासन करने के लिए किसी अन्य योग्यता की आवश्यकता नहीं होगी। जो व्यक्ति धनवान होगा, उसे लोग योग्य शासक मानेंगे। घरों में भी जो व्यक्ति अधिक धन कमाएगा, वही सबका प्रिय होगा। समाज में उसकी गलतियां नजरअंदाज की जाएंगी, और उसका सम्मान केवल उसकी आर्थिक स्थिति के आधार पर किया जाएगा।
पुराण में यह भी लिखा गया है कि जिसके पास धन बढ़ेगा, उसका अहंकार भी उतना ही बढ़ता जाएगा। अधिक धन अर्जित करने वाले लोग स्वयं को सबसे श्रेष्ठ मानेंगे। वहीं, जिनके पास धन की कमी होगी, उन्हें हर तरह से दबाया जाएगा। समाज में ऐसे लोगों का सम्मान कम होगा और उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ेगा।
विष्णु पुराण के अनुसार, कलियुग में मनुष्य अपनी अधिकांश आय घर बनाने में खर्च करेगा। बड़े घर बनाना और जमीन खरीदना ही मनुष्य का मुख्य उद्देश्य बन जाएगा। दान-पुण्य और परोपकार में धन खर्च करने की बजाय लोग भौतिक संपत्तियों को महत्व देंगे। जमीन और भवन समाज में सबसे कीमती संपत्ति बनकर रह जाएंगे।
कलियुग में धनवान लोगों को देवताओं की तरह पूजा जाएगा। विष्णु पुराण में लिखा है कि जिसके पास अधिक धन होगा, लोग उसे देवता के समान मानेंगे। धनवानों की बुरी आदतों को भी नजरअंदाज किया जाएगा और उनका सम्मान केवल उनकी संपत्ति देखकर किया जाएगा। इसके विपरीत, धनहीन लोगों को तिरस्कार और अपमान का सामना करना पड़ेगा।
विष्णु पुराण की यह भविष्यवाणियां न केवल कलियुग के समाज का सही चित्रण करती हैं, बल्कि हमें यह भी सोचने पर विवश करती हैं कि हम अपने जीवन में किस दिशा में जा रहे हैं। आज के युग में धन का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है, और यह पुराण में वर्णित बातों को सत्य साबित करता है। यह लेख हमें यह समझने में मदद करता है कि हमें धन के साथ-साथ नैतिकता, सिद्धांत और परोपकार को भी महत्व देना चाहिए, ताकि समाज का संतुलन बना रहे।
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