India News ( इंडिया न्यूज),Vishwakarma Puja: आज पूरे देश में विश्वकर्मा भगवान की पूजा की जा रही है। बता दें भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है। इस साल ये त्योहार आज यानी 17 सितंबर को मनाया जा रहा है। मान्यता है जो भी सच्चे दिल से इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा करता है, उसकी नौकरी व्यापार से जुड़ी हर परेशानी दूर होती है और जीवन में सुख समृद्धि आती है।
क्यों मनाया जाता है विश्वकर्मा पूजा?
भगवान विश्वकर्मा ब्रह्मा जी के 7वें पुत्र हैं जिन्हे पूरी सृष्टी का पहला वास्तुकार और शिल्पकार माना जाता है। कन्या संक्रांति के दिन ही भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। ऐसे में इस दिन विश्वकर्मा पूजा की जाती है।
50 साल बाद कई खास संयोग
इस साल विश्वकर्मा पूजा बेहद खास मानी जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज के दिन 50 साल बाद कई खास संयोग बन रहे हैं। ऐसे में जो भी इस दिन विश्वकर्मा भगवान की पूजा करेगा, उसे दोगुना पूजा फल की प्राप्ति होगी। आज यानी 17 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग, द्विपुष्कर योग और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। बताया जा रहा है कि ऐसे दुर्लभ संयोग का निर्माण 50 साल बाद हुआ है। ऐसे में जो भी आज के दिन सच्चे दिल से भगवान विश्वकर्मा की आराधना करेगा, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।
कब कौन सा योग?
- सर्वार्थ सिद्धि योग 17 सितंबर को सुबह 06:07 से सुबह 10:02 बजे तक
- द्विपुष्कर योग 17 सितंबर को सुबह 10 बजकर 02 मिनट से से सुबह 11 बजकर 08 मिनट तक
- ब्रह्म योग 17 सितंबर को सुबह 04 बजकर 13 मिनट से 18 सितंबर को सुबह 04 बजकर 28 मिनट तक
- अमृत सिद्धि योग 17 सितंबर सुबह 06 बजकर 07 मिनट से सुबह 10 बजकर 02 मिनट तक
करें ये उपाय
नौकरी व्यापार में लाभ के लिए करें ये उपाय
- भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने के बाद, फूल, कुमकुम, नारियल हल्दी चढ़ाएं।
- कुष्ठ रोग से पीड़ितों को पेय पदार्थ और फल दान में दें।
- कार्य स्थल पर मशीनों की पूजा करते समय ओम शक्तपे नमः मंत्र का जाप करें।
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