धर्म

द्रौपदी का अब कहां हैं कलियुग में घर? इन प्रसिद्ध नामों से जानी जाती है महाभारत काल की ये जगहें

India News (इंडिया न्यूज़), Where is Draupadi House in Kalyug: महाभारत एक महान महाकाव्य है, जो अनगिनत कहानियों से भरा पड़ा है। महाभारत न केवल धार्मिक दृष्टि से महान है बल्कि इसके पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक पहलू भी हैं। महाभारत में आपको अनगिनत कहानियां मिलेंगी, जो आज के समय से जुड़ी हुई हैं। फिर चाहे वो जीवन में लागू की जाने वाली बातें हों या महाभारत के पात्रों की तुलना। महाभारत का संबंध आज के कलियुग से भी है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि वेद व्यास जी द्वारा रचित महाभारत न केवल अतीत की कहानी है बल्कि लोगों को कलियुग में जीवन के प्रति एक नजरिया भी देती है, जिससे जीवन के कई पहलू जुड़े हुए हैं।

वहीं, कलियुग में भी महाभारत के कई प्रमाण मिलते हैं। इन्हीं प्रमाणों में से एक हैं वर्तमान समय में मौजूद वो स्थान, जिनका जिक्र महाभारत में भी है। तो यहां जानें वर्तमान समय में मौजूद वो स्थान, जो महाभारत में भी मौजूद थे।

पाकिस्तान में है महाभारत काल का तक्षशिला शहर

महाभारत में तक्षशिला शहर का जिक्र किया गया है। महाभारत काल में तक्षशिला गांधार राज्य की राजधानी हुआ करती थी। तक्षशिला वो स्थान है जहां पर पांडवों के वंशज जन्मेजय ने सर्पयज्ञ किया था, जिसमें हजारों सांप जलकर भस्म हो गए थे। तक्षशिला को वर्तमान में तक्षशिला के नाम से जाना जाता है। यह शहर पहले भारत के पंजाब में था, लेकिन 1947 में भारत के विभाजन के बाद यह स्थान अब पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में है। दुनिया का पहला विश्वविद्यालय यहीं स्थापित किया गया था।

दिवाली से पहले मचने वाली है पूरी दुनिया में तबाही, 2024 के जाते-जाते बन रहा है ये अशुभ संयोग – India News

महाभारत काल का व्याघ्रपत ही आज का बागपत है

महाभारत काल में वर्तमान बागपत को व्याघ्रपत के नाम से जाना जाता था। कुछ साल पहले बागपत से 4 हजार साल पुराना रथ मिला था। बागपत हस्तिनापुर के उसी ऐतिहासिक साम्राज्य का हिस्सा है। माना जाता है कि महाभारत का युद्ध सिर्फ कुरुक्षेत्र तक सीमित नहीं था बल्कि आसपास के कई स्थानों पर योद्धाओं के बीच युद्ध हुआ था। बागपत भी उन्हीं स्थानों में शामिल है।

दिल्ली को कहा जाता था इंद्रप्रस्थ

महाभारत काल में इंद्रप्रस्थ को पहले खांडवप्रस्थ के नाम से जाना जाता था। पहले खांडवप्रस्थ में जंगल थे। धृतराष्ट्र ने द्रौपदी से विवाह करने के बाद पांडवों को यह स्थान दिया था लेकिन यह स्थान रहने के लिए उपयुक्त नहीं था क्योंकि यहां दूर-दूर तक घना जंगल था लेकिन पांडवों ने हार नहीं मानी और श्री कृष्ण की सलाह पर उन्होंने खांडवप्रस्थ से जंगल हटाकर यहां एक नगर बसाया। तब से इसे इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाने लगा। महाभारत काल का इंद्रप्रस्थ अब भारत की राजधानी दिल्ली है।

महाभारत काल का पांचाल अब रोहिलखंड बन गया

द्रौपदी पांचाल देश के राजा दुपद्र की पुत्री थी। राजकुमारी द्रौपदी के पांचाल देश के मायके को कलियुग में किसी और नाम से जाना जाता है। पांचाल 16 पौराणिक महाजनपदों में से एक है। वर्तमान में पांचाल उत्तर प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में माना जाता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली, बदायूं और फर्रुखाबाद जिलों को मिलाकर पांचाल का निर्माण हुआ था। माना जाता है कि वर्तमान रोहिलखंड इन शहरों के बीच में आता है, जहां पहले पांचाल देश की राजधानी और राजा दुपद्र का महल हुआ करता था।

श्राद्ध ना करने पर पूर्वज अपने बच्चों को देते हैं ये श्राप? नाराज पितर कर देते हैं सब विनाश – India News

महाभारत का विराट अब जयपुर है

जब पांडवों को 13 साल का वनवास दिया गया था, तो इन 13 सालों में से एक साल अज्ञातवास का था। इसका मतलब था कि पांडवों को एक साल तक अपनी पहचान छिपाकर कहीं रहना था। पांडवों ने अपने अज्ञातवास के लिए अरावली पहाड़ियों के बीच बसे शहर विराट नगर को चुना। महाभारत काल का विराट नगर वर्तमान में राजस्थान में है। जयपुर और उसके आसपास बसे शहरों को उस समय के विराट नगर का अधिकार क्षेत्र माना जाता है।

 

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Nishika Shrivastava

Recent Posts

इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई

India News (इंडिया न्यूज),Delhi: गणतंत्र दिवस परेड में राजधानी दिल्ली की झांकी शामिल न होने…

46 minutes ago

UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश

India News (इंडिया न्यूज),UP News: चमनगंज क्षेत्र के तकिया पार्क के पास स्थित 1 मंदिर…

1 hour ago

महिला और अति पिछड़ा वोटरों के साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम

India News (इंडिया न्यूज),JDU Leaders Flagged Off Chariot: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब मात्र…

1 hour ago

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा

India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस हमलावर नजर…

2 hours ago

हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट

India News (इंडिया न्यूज),Himachal Pradesh Weather: हिमाचल के निचले पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की ठंड…

2 hours ago

नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…

India News (इंडिया न्यूज),MP News: MP के CM डॉ. मोहन यादव रविवार (22 दिसंबर) को…

3 hours ago