India News (इंडिया न्यूज), PM Modi Kumbh Snan Date: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंभ में स्नान करने के निर्णय ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस निर्णय के पीछे की कहानी बहुत ही रोचक है? दरअसल, 5 फरवरी को माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जो धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ मानी जाती है। इस दिन तप, ध्यान और साधना करना बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है। साथ ही, इस दिन भीष्माष्टमी भी है, जो महाभारत के भीष्म पितामह की मोक्ष प्राप्ति की तिथि है। शास्त्रों के अनुसार, माघ मास की अष्टमी तिथि के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पितरों की सद्गति होती है और मोक्ष प्राप्त होता है।

प्रधानमंत्री मोदी का कुंभ स्नान

इसलिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस दिन कुंभ में स्नान करने का निर्णय बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह निर्णय न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी धार्मिक मान्यताओं को बहुत महत्व देते हैं। इस दिन कुंभ में स्नान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का निर्णय एक अच्छा संदेश भी देता है। यह दर्शाता है कि हमारे देश के नेता अपनी धार्मिक मान्यताओं को महत्व देते हैं और उन्हें अपने जीवन में भी उतारते हैं।

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क्या कहता है हिन्दू शास्त्र?

अगर बात कि जाए शास्त्रों में कहा जाता है कि, माघ मास की अष्टमी तिथि के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके जो भी व्यक्ति अपने पितरों का पूरे मन और आचरण के साथ उनका ध्यान करता है और उनके नाम से जल, तिल, अक्षत और फल फूल अर्पित करते हुए तर्पण करता है उनके पितारों की पूर्ण रूप से सद्गति होती है और साथ ही वह व्यक्ति भी मोक्ष प्राप्त करता है जिससे उसके इस जीवन के पाप धूल जाते है। इसलिए धार्मिक दृष्टि से माघ मास की अष्टमी तिथि को बहुत ही पुण्यभरा और फलदायी दिन माना गया है।

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