India News(इंडिया न्यूज), Tilak: हिंदू धर्म में माथे पर तिलक लगाने का विशेष महत्व है। माथे पर तिलक लगाने से कई मान्यताएं जुड़ी हैं। तिलक लगाने से न सिर्फ जीवन में सकारात्मकता आती है बल्कि कुंडली में मौजूद आक्रामक ग्रह भी शांत होते हैं। आम दिनों या किसी खास त्योहार पर कई तरह के तिलक लगाए जाते हैं। इनमें चंदन का तिलक सबसे ज्यादा लाभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं माथे पर तिलक लगाना क्यों माना जाता है शुभ और इसके फायदे क्या हैं ।
तिलक लगाने का महत्व
माथे पर तिलक लगाने का महत्व तिलक को भगवान विष्णु का तेज माना जाता है। माथे पर तिलक लगाने से व्यक्ति पापों से मुक्त होकर पुण्य प्राप्त करता है। तिलक को त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना जाता है। अलग-अलग समुदायों में तिलक लगाने का अलग-अलग तरीका और महत्व है। शास्त्रों के अनुसार तिलक लगाने से ग्रहों की स्थिति बेहतर होती है और अटके हुए काम भी पूरे होते हैं।
दिन के हिसाब से लगाना चाहिए तिलक
दिन के हिसाब से तिलक लगाने से शुभ फल मिलते हैं। मान्यता है कि सोमवार को सफेद चंदन का तिलक लगाने से मन शांत रहता है। वहीं मंगलवार को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर लगाना शुभ होता है। बुधवार को सूखा सिंदूर लगाने से भगवान की कृपा मिलती है। गुरुवार को पीले चंदन या हल्दी का तिलक लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। शुक्रवार को लाल चंदन या कुमकुम का तिलक लगाने से घर में खुशहाली आती है। शनिवार को भस्म का तिलक लगाने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं। रविवार को लाल चंदन लगाने से व्यक्ति को मान-सम्मान और धन की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार चंदन का तिलक लगाने से घर में अन्न-धन की भरमार रहती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
तिलक लगाने के वैज्ञानिक महत्व
वैज्ञानिक आधार पर भी तिलक लगाने का विशेष महत्व कहा गया है। माथे पर तिलक लगाने से मस्तिष्क को ठंडक मिलने के साथ ध्यान केंद्रित करने में आसानी होती है। चंदन का तिलक लगाने से मस्तिष्क को ठंडक मिलती है। जिससे तनाव और सिरदर्द को कम करने में मदद भी करता है। चंदन में कुछ औषधीय गुण होते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं।
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