India News (इंडिया न्यूज), Locker In The House: वास्तु शास्त्र का हिन्दू धर्म में कई प्रकार से महत्व हैं, हमारे जीवन में भी इसका कई तरीको से प्रभाव देखने को मिलता हैं। कहते हैं वास्तु में इतनी ताकत होती है कि वह इंसान की किस्मत तक को पलट कर रख सकता हैं। ऐसे ही वास्तु में कई चीजों के बारे में बताया गया हैं या यूँ कहे कि लगभग-लगभग हर एक चीज के बारे में ही। लेकिन आज हम आपको एक चीज के बारें में बताएंगे जो शायद आपके बेहद काम आने वाली हैं। लॉकर जो लगभग हर एक के घर में होगा ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में लॉकर होना किस चीज़ का चाहिए? मतलब लोहे या लकड़ी का कौन सा लॉकर रहेगा आपके लिए शुभ…..
तिजोरी की सामग्री के चुनाव में शुभता का सवाल विभिन्न परंपराओं, विश्वासों और भौतिक सुरक्षा की जरूरतों पर निर्भर करता है। सामान्यतः, लकड़ी और लोहे की तिजोरी दोनों के फायदे और नुकसान हैं।
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लकड़ी की तिजोरी
फायदे:
वास्तु शास्त्र में शुभता: कुछ पारंपरिक मान्यताओं और वास्तु शास्त्र के अनुसार, लकड़ी की तिजोरी को शुभ माना जाता है क्योंकि यह प्राकृतिक तत्वों से जुड़ी होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने का प्रतीक मानी जाती है।
सजावटी और सौंदर्य: लकड़ी की तिजोरी को आमतौर पर सजावटी रूप से अधिक सुंदर माना जाता है। यह विभिन्न डिज़ाइन और फिनिश में उपलब्ध होती है, जो घर की सजावट के साथ मेल खाती है।
नुकसान:
सुरक्षा: लकड़ी की तिजोरी लोहे की तिजोरी की तुलना में कम सुरक्षित हो सकती है। यह आसानी से टूट या जल सकती है, जिससे कीमती वस्तुएँ खतरे में पड़ सकती हैं।
लोहे की तिजोरी
फायदे:
सुरक्षा: लोहे की तिजोरी अधिक मजबूत और सुरक्षित होती है। यह चोरी, आग और अन्य खतरे से बचाने के लिए बेहतर संरक्षित होती है।
दीर्घकालिक स्थायित्व: लोहे की तिजोरी आमतौर पर दीर्घकालिक उपयोग के लिए उपयुक्त होती है और इसकी देखभाल भी अपेक्षाकृत आसान होती है।
नुकसान:
वास्तु शास्त्र: कुछ वास्तु शास्त्र में, लोहे की तिजोरी को प्राकृतिक तत्वों से कम जुड़ा माना जाता है और यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती है। हालांकि, यह विश्वास सांस्कृतिक और क्षेत्रीय भिन्नताओं के आधार पर बदल सकता है।
सजावट: लोहे की तिजोरी के डिज़ाइन आमतौर पर औपचारिक और सादे होते हैं, जो कुछ घरों की सजावट से मेल नहीं खाते।
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Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।