1. शरीर में असमंजस और थकावट का अनुभव होना
जब कोई व्यक्ति मृत्यु के करीब होता है, तो वह शरीर में असमंजस और थकावट का अनुभव करने लगता है। कई बार व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उसका शरीर सामान्य रूप से काम नहीं कर रहा है, या फिर वह बिना किसी वजह के थक जाता है। यह थकावट और शरीर की असमर्थता, यमराज का पहला संकेत होता है, जो यह बताता है कि अब समय आ गया है।
2. आध्यात्मिक अनुभव और ध्यान में वृद्धि
मृत्यु से पहले व्यक्ति का मन शांत होता है और वह आध्यात्मिक स्तर पर गहरी खोज करता है। अचानक से व्यक्ति को जीवन का सही उद्देश्य समझ में आने लगता है और वह ध्यान या प्रार्थना में अधिक लीन हो जाता है। यह एक चेतावनी होती है कि यमराज की ओर से मृत्यु का समय आ चुका है। व्यक्ति के मन में विचारों की शांति और आत्मचिंतन की अवस्था के दौरान वह सच्चाई को महसूस करता है।
3. परिवार और रिश्तों से एक विशेष भावनात्मक जुड़ाव महसूस होना
मृत्यु से पहले व्यक्ति को अपने परिवार और प्रियजनों के साथ विशेष संबंध महसूस होते हैं। वह उनसे ज्यादा जुड़ा हुआ और उनसे असीम प्रेम का अनुभव करता है। यह एक संकेत होता है कि यमराज ने उसे परिवार के सदस्यों के साथ कुछ खास समय बिताने का अवसर दिया है। इस दौरान व्यक्ति को अपनी पिछली गलतियों का एहसास भी हो सकता है, और वह चाहता है कि वह अपने रिश्तों को सुधार सके।
4. स्वप्नों में मृत व्यक्ति या देवताओं का दर्शन
मृत्यु के समीप व्यक्ति को अक्सर अपने स्वप्नों में deceased (मृत) रिश्तेदारों, पूर्वजों, या देवताओं का दर्शन होता है। ये स्वप्न जीवन के अंत की ओर इशारा करते हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, जब किसी व्यक्ति का निधन निकट होता है, तो यमराज या उसके दूत स्वप्नों के माध्यम से उसे संकेत देते हैं। कभी-कभी मृत रिश्तेदारों का दर्शन व्यक्ति को शांति का अहसास दिलाता है, जबकि अन्य समय में यह मृत्यु के करीब आने की चेतावनी होती है।
समाप्ति के संकेत
ध्यान देने योग्य बात यह है कि ये संकेत हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं, और उनका अनुभव अलग-अलग हो सकता है। हालांकि, जब ये संकेत व्यक्ति के जीवन में महसूस होते हैं, तो यह मृत्यु के समीप होने का संकेत होते हैं।
यह जानना जरूरी है कि मृत्यु अनिवार्य है और उसे टाला नहीं जा सकता। लेकिन, इन संकेतों को समझकर हम जीवन में सुधार कर सकते हैं, अपने रिश्तों को संजो सकते हैं, और आध्यात्मिक रूप से तैयार हो सकते हैं।
इन संदेशों का उद्देश्य हमें जीवन की अस्थिरता और मृत्यु के अनिवार्य सत्य को स्वीकार करने की प्रेरणा देना है। इसलिए, हमें अपनी जिंदगी को सही दिशा में जीने का प्रयास करना चाहिए, ताकि हम मृत्यु के समय शांतिपूर्वक और तैयार होकर विदाई ले सकें।
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