Corona Virus
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम एक बार फिर से चीन की वुहान लैब का दौरा करेगी। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 26 एक्सपर्ट्स का एक नया एडवाइजरी ग्रुप बनाया है। यह ग्रुप चीन में कोरोना के ओरिजिन की जांच करेगा। चीन भी कोविड-19 की उत्पत्ति की जांच के तहत वुहान शहर से ब्लड बैंक के हजारों नमूनों की जांच करने की तैयारी कर रहा है। यह कदम वायरस के फैलने को लेकर दुनियाभर से पारदर्शिता की बढ़ती मांग के बीच उठाया गया है। बता दें कि 8 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान में कोरोना का पहला मामला सामने आया था।
WHO की एक टीम ने इस साल की शुरूआत में भी चीन के वुहान शहर में 4 हफ्ते तक रुक कर जांच की थी, लेकिन उस वक्त टीम को कोई ठोस सबूत नहीं मिले थे। इसीलिए चीन से कहा है कि इस बार शुरूआती केसों से जुड़े डेटा उपलब्ध करवाए जाएं। WHO ने ये भी कहा है कि दुनिया को रोक देने वाले कोरोना वायरस का ओरिजिन पता करने की ये आखिरी कोशिश हो सकती है।
वहीं WHO की टीम ने प्राथमिक जांच के बाद मार्च 2021 में रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बताया था कि हो सकता है कोरोना वायरस चमगादड़ से किसी दूसरे जानवर के जरिए इंसानों में पहुंचा हो, लेकिन अभी और रिसर्च की जरूरत है, क्योंकि महामारी के शुरूआती दिनों के डेटा की कमी के चलते जांच में दिक्कत आई थी। ऐसे में वुहान लैब का आडिट किया जाना चाहिए। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए WHO ने नया एक्सपर्ट ग्रुप बनाया है। हऌड के चीफ टेड्रॉस एडहेनॉम ग्रेब्रेयेसस ने बुधवार को बताया कि दुनियाभर से मिले 700 आवेदनों में से 26 एक्सपर्ट को उनके वर्ल्ड क्लास एक्सपीरिएंस को ध्यान में रखते हुए चुना गया है।