Aptitude Test Result: दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने शनिवार को स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस स्कूल (एसओएसई) के एप्टीट्यूड टेस्ट के नतीजे घोषित कर दिए। छात्र अपना परिणाम SoSE की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया सोमवार से सभी SoSE में शुरू होने वाली है। 12 अगस्त को ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया 19 अगस्त तक चली थी। चार प्रकार के एसओएसई (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम), ह्यूमैनिटीज, परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट के लिए लगभग 26,687 छात्रों के रजिस्ट्रेशन किए गए थे।
Selection Process for Aptitude Test Result
प्रवेश के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट 27-31 अगस्त के बीच 67 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किए गए थे। लगभग 14,245 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इस प्रक्रिया के माध्यम से कुल 2,794 छात्रों का चयन किया गया है और उन्हें एसटीईएम, ह्यूमैनिटीज और हाई-एंड 21वीं सदी के कौशल स्कूलों में प्रवेश के लिए चुना गया है। परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट स्कूलों के लिए आॅडिशन चल रहे हैं जो 13 सितंबर को समाप्त होंगे। परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट स्कूलों के अंतिम परिणाम अगले सप्ताह की शुरूआत में घोषित किए जाएंगे। चयनित 2,794 छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया 13 सितंबर से संबंधित एसओएसई में शुरू होगी, जहां छात्रों ने आवेदन किया था। एसटीईएम स्कूलों में कक्षा 9 और 11 में प्रवेश दिया जा रहा है, जबकि बाकी स्कूलों में छात्रों को कक्षा 9 में ही प्रवेश दिया जाएगा। 8 एसटीईएम स्कूलों में 960 छात्रों को कक्षा 9 में प्रवेश की पेशकश की गई है, जबकि 814 छात्रों को कक्षा 11 के लिए चुना गया है। ह्यूमैनिटीज और हाई-एंड 21वीं सदी के कौशल में प्रत्येक में 5 स्कूल हैं जिनमें क्रमश: 420 और 600 छात्रों का चयन किया गया है। चयनित छात्रों में से करीब दो-तिहाई सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों से हैं, जबकि बाकी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों से हैं।
Deputy CM Manish Sisodia congratulated the students who clear Aptitude Test Result
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उन सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई दी, जिन्हें SoSE में दाखिले के लिए चुना गया है। उन्होंने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के साथ भी बातचीत की। सिसोदिया ने कहा कि एसओएसई में शिक्षकों की भूमिका बदलने जा रही है और हर छात्र के लिए सीखने का एक सूत्रधार बन जाएगा। धीरे-धीरे, दिल्ली के सभी स्कूल इस मॉडल का पालन करेंगे और शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षा प्रणाली को अपनाएंगे।