India News(इंडिया न्यूज), MBBS Admission: मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने बीते शुक्रवार को यानी 6 अक्टूबर को एमबीबीएस उत्तीर्ण अंकों को 40 प्रतिशत तक कम करने के दिशानिर्देशों को वापस ले लिया है। NMC ने जानकारी देते हुए बताया कि एमबीबीएस उत्तीर्ण अंकों में कट-ऑफ को 40 प्रतिशत तक कम करना संभव नहीं है। साथ ही आयोग ने आगे कहा कि विषय वस्तु पर गहन विचार के बाद यह निर्णय लिया गया है।
1 सितंबर को आयोग ने दिया था दिशानिर्देश
वहीं इससे पहले सितंबर में आयोग ने दो पेपर वाले MBBS विषयों के लिए उत्तीर्ण अंक को घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया था। वहीं आयोग ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में उत्तीर्ण अंकों को लेकर योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा (CBME) पाठ्यक्रम दिशानिर्देशों में संशोधन किया था। इसके साथ ही 1 सितंबर को आयोग द्वारा संशोधित सीबीएमई दिशानिर्देश को जारी किया गया था।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने क्या कहा?
NMC ने इसको लेकर कहा कि, “जिन विषयों में दो पेपर होते हैं, उम्मीदवारों को उस विषयों में उत्तीर्ण होने के लिए कुल मिलाकर (दोनों पेपर एक साथ) न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे।” वहीं बता दें NMC दिशानिर्देशों ने MBBS उत्तीर्ण अंकों को संशोधित किया, लेकिन कई अभ्यर्थीयों ने उत्तीर्ण अंकों को कम करने के कदम को एक अच्छा कदम कहा था।
क्या होगा अब एमबीबीएस पासिंग क्राइटेरिया ?
बता दें कि, अब पहले की तरह ही एमबीबीएस पासिंग क्राइटेरिया लागू होगा, यानी जिन विषयों में दो पेपर होते हैं, छात्रों को उस विषयों में पास होने के लिए कुल मिलाकर कम से कम 50 प्रतिशत नंबर लाने होंगे। वहीं दूसरा एक उम्मीदवार को उस विषय में पास होने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित परीक्षा में थ्योरी और प्रैक्टिकल में अलग-अलग 50% नंबर लाने होंगे।
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