India News (इंडिया न्यूज़), Seismologist : तबाही के बीच नेपाल में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 3.6 बताई गई है। हालांकि इस बार नेपाल में आए भूकंप के झटके का असर भारत में महसूस नहीं किया गया। पिछली बार जो भूकंप आया था उसका केंद्र नेपाल था लेकिन उसके झटके भारत में भी महसूस किए गए। नेपाल में भारी तबाही मची। अक्सर हम लोग प्रकृति में आए असंतुलन से दो चार होते रहते हैं। आपने इन खबरों के बीच देखा होगा कि भूकंप की तीव्रता ये रही या फिर भूकंप आने की वजह ये रही आदी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कौन बताता है। इसके लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है। चलिए आज हम इस लेख में इसी को समझेंगे।
सबसे पहले यह जान लें कि ऐसे लोगों को भूकंप विज्ञानी जिसे Seismologist कहते हैं। यह बनने के लिए आपको एक नहीं बल्कि कई कोर्स करने पड़ते हैं। उन कोर्स में Geophysics, Geology और Earth Science शामिल है। अगर आप एक भूकंप विज्ञानी बनना चाहते हैं तो आपको इन कोर्स को समझ लें कि घोल कर पीना होगा यानि अच्छी पकड़ बनानी होगी है। इन कोर्सों के लिए कुछ एंट्रेंस एग्जाम देने होंगे। वो एग्जाम इस तरह होंगे जैसे कि – जेईई एडंवास या जेईई मेन्स। इसके अलावा फिजिक्स केमेस्ट्री, BTech Geotechnical Engineering या BSc Geoinformatics बैचलर कोर्स भी आपको करना होगा। उन्हीं सब्जेक्ट से आप पीजी भी कर सकते हैं।
राष्ट्रीय और विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षाओं के द्वारा एमटेक का दो साल के कोर्स में प्रवेश ले लें। एमटेक में अभ्यर्थी पृथ्वी और भूकंप से जुड़े विषयों में जानकारी लेते हैं। इस कोर्स के तहत अभ्यर्थी रिसर्च करते हैं। वह जांच करते हैं कि भूकंप बिल्डिंग्स और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को किस तरह प्रभावित करते हैं साथ ही इस विनाश को कैसे रोका जा सकता है।
इस फील्ड में ऐसे लोगों की मांग बहुत है। सैलरी की बात करें तो व्यक्ति INR 5.98 LPA और INR 12 LPA के बीच कमाई करता हैं।
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