India News,(इंडिया न्यूज),SSC: एसएससी को लेकर केंद्र सरकार ने युवाओं के हित को देखते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है। जहां अब एसएससी द्वारा आयोजित परीक्षा अब 15 भाषा में होगी। जिसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, केंद्र ने युवाओं के हित में फैसला किया है कि एसएससी द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाएं अब 15 भाषाओं में आयोजित की जायेंगी। आगे सिंह ने कहा कि, सरकार का ऐतिहासिक निर्णय स्थानीय युवाओं को भी रोजगार अवसरों में बढ़ावा देगा। अलग-अलग भाषाओं में परीक्षा होने के कारण क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
जानिए कौन सी है वो 15 भाषा
जानकारी के लिए बता दें कि, इस निर्णय के बाद लोगों के मन में एक सवाल उठने लगा कि कौन सी वो 15 भाषा होगी। जिसके बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, 15 भाषाओं में परीक्षा कराने का निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि भाषा के कारण देश का कोई भी युवा नौकरी के अवसर को न चूक जाए। हिंदी, अंग्रेजी के अलावा असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी भाषा में पेपर बनाया जायेगा।
शिक्षा मंत्रालय कर रहा विचार
आगे जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि, यूपीएससी में उच्च अध्ययन विषय की पुस्तकों की कमी है। हालांकि, विशेष पुस्तकों को भारतीय भाषाओं में बढ़ावा देने के लिए शिक्षा मंत्रालय के साथ काम किया जा रहा है। मध्यप्रदेश पिछले साल अक्टूबर में एमबीबीएस पाठ्यक्रम हिंदी में शुरू करने वाला दूसरा राज्य बन गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा में प्राइमिरी, टेक्निकल और मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने को लेकर फैसले कर रहे हैं।
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