India News (इंडिया न्यूज़), Mohan Maharishi Death, मुंबई: बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आ रही है। अजमेर में जन्मे भारतीय रंगमंच के ख्यातनाम निर्देशक, अभिनेता और नाटककार तथा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली के निदेशक रहे श्री मोहन महर्षि (Mohan Maharishi) के निधन हो गया है। इस बात की जानकारी एक्टर पंकज झा कश्यप ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। मंगलवार, 9 मई आज सुबह मोहन का निधन हुआ था। उन्होंने 83 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।

मोहन महर्षि ने रंगकर्म से काम किया था शुरु

आपको बता दें कि साल 1955 में मोहन महर्षि ने ऑल इंडिया रेडियो से अपना रंगकर्म शुरू किया था। तो वहीं, 1965 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से डिप्लोमा किया और वह 1983 से 1986 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक बनें। उन्हें निर्देशन के क्षेत्र में 1992 में संगीत नाटक एकेडमी अवार्ड भी मिला था।

नाटकों के लिए जाने जाते थे मोहन महर्षि

मोहन महर्षि को उनके क्रांतिकारी नाटकों के लिए जाना जाता था, जिसमे आइंस्टीन (1994), राजा की रसोई, विद्योत्तमा और सांप सीढ़ी शामिल रहे। इसके अलावा उन्होंने अंधयुग, रानी जिंदन (पंजाबी), ओथेलो, मदर का भी निर्देशन किया था। उन्होंने श्याम बेनेगल के भारत एक खोज में भी काम किया था। इसमें उन्होंने मुस्लिम समाज सुधारक सर सैयद अहमद खान की भूमिका निभाई थी।