India News (इंडिया न्यूज़), Anirudh Dave In Chandu Champion: इन दिनों बॉलीवुड के गलियारों में छाई हुई फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर की एक बायोपिक है। जिसके रिलीज़ होते ही बॉलीवुड से लेकर एक्टर के फैंस तक को इस फिल्म ने हर एक को अपना दीवाना बना लिया हैं। इस फिल्म में कार्तिक आर्यन मैन लीड एक्टर की भूमिका निभाते हुए नज़र आये हैं। साथ ही फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई करती हुई देखी जा रही हैं। फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ में शानदार एक्टिंग के लिए कार्तिक के अलावा एक और एक्टर भी हैं जिसकी जमकर तारीफ की जा रही है, और वह कोई और नहीं बल्कि पॉपुलर टीवी स्टार अनिरुद्ध दवे हैं, जो फिल्म में मुरलीकांत के भाई जगन्नाथ पेटकर का किरदार निभाते हुए नज़र आ रहे हैं।
कभी बार में शराब बेचकर काटे थे अपने दिन
कबीर खान द्वारा डायरेक्ट की गई ये एक स्पोर्ट्स ड्रामा से पहले अनिरुद्ध ने लगभग छह फिल्मों में काम किया और उनका बेड लक रही वह सभी फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होती देखि गई। इस वजह से ‘चंदू चैंपियन’ में एक्टर के इस काम को भी काफी सराहा जा रहा है। 21 जुलाई, 1986 को जयपुर में जन्मे अनिरुद्ध हमेशा से एक्टर बनने का सपना लिए अपनी आँखों में सजाकर मुंबई आये थे। और इसलिए उन्होंने दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में शामिल होने की भी कोशिश भी की थी, लेकिन उन्हें वहां से भी रिजेक्ट कर दिया गया था।
2007 में अनिरुद्ध मुंबई आ गए और फिल्मों और टीवी शो के लिए ऑडिशन देते रहे। इस बीच, अपने संघर्ष के दिनों में, उन्होंने चार महीने तक एक बार में 500 रुपये में शराब बेची, जब तक कि उन्हें 2008 में राजकुमार आर्यन में मुख्य भूमिका नहीं मिली। अगले कुछ वर्षों में, उन्होंने ‘वो रहने वाली महलों’ जैसे कई टीवी शो में काम किया। की’, ‘फुलवा’, ‘बंधन’, ‘यारों का टशन’ और ‘पटियाला बेब्स’।
एक समय पर ज़िन्दगी से हार चुके थे अनिरुद्ध
इसके साथ ही अनिरुद्ध ‘तेरी संग’, ‘शोरगुल’, ‘प्रणाम’ और ‘बेल बॉटम’ जैसी कुछ फिल्मों में साइड रोल में भी नजर आए लेकिन ये सभी फिल्में बुरी तरह फ्लॉप रहीं। इसके बाद साल 2021 में अनिरुद्ध को कोविड-19 का सामना करना पड़ा, जब उन्होंने 57 दिन अस्पताल में बिताए। एक्टर ने अपनी जिंदगी के उस भयानक दौर को याद करते हुए इस साल की शुरुआत में एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, ”एक समय ऐसा आया जब मैंने जीने की उम्मीद खो दी थी. मुझे डायपर पहनना पड़ा. मैंने मान लिया था कि मैं जिंदा नहीं रहूंगा. मैं हमेशा भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ये पल किसी और की जिंदगी में न आए. सच कहूं तो ये मेरी दूसरी लाइफ है.”