India News (इंडिया न्यूज़), ShahRukh- Gauri, दिल्ली: पिछले कई दशकों से शादी के बंधंन में बंधे शाहरुख खान और गौरी खान ने विवाह संस्था में हमारे विश्वास को कायम रखा हैं। अपनी शादी के बंधन में बंधे इस जोड़े को शादी से पहले काफी सारे उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। शाहरुख सिर्फ 18 साल के थे जब उनकी मुलाकात गौरी से हुई थी।

पहली नजर में पंसंद आई गौरी

गौरी को पहली नजर में पंसंद करके शाहरुख खुदको उन्हें डांस करने के लिए कहने से रोक नहीं पाए। क्योंकि शाहरुख एक अलग धर्म से थे तो गौरी के माता-पिता उनके रिश्ते के पूरी तरह से खिलाफ थे। फिर भी,शाहरुख ने कभी उम्मीद नहीं खोई और आखिरकार वो गौरी को जीतने में सफल रहे। गौरी के माता-पिता को प्रभावित करने के लिए शाहरुख ने खुद को एक हिंदू लड़के के रूप में भी पेश किया। जिसके बाद दोनों ने 25 अक्टूबर 1991 को हिंदू विवाह समारोह में शादी की थी।

शाहरुख खान ने ससुराल वालों के साथ किया मजाक

एक थ्रोबैक इंटरव्यू में, शाहरुख खान ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने अपनी और गौरी की शादी के दिन अपने ससुराल वालों के साथ मज़ाक किया था। अभिनेता ने उनके परिवार को पुराने जमाने का लोग बताते हुए कहा कि वह उनका और उनकी मान्यताओं का सम्मान करते हैं। एक मजेदार घटना को याद करते हुए कि कैसे उन्होंने गौरी के परिवार के साथ मजाक किया था, शाहरुख ने कहा कि उस पुराने जमाने के रिसेप्शन में, जब मैं 1:15 बजे अंदर आया तो वे सभी वहां बैठे थे, और हर कोई कानाफूसी कर रहा था कि वह एक मुस्लिम लड़का था। क्या वह लड़की का नाम बदल देगा? क्या वह मुस्लिम बन जायेगी?

बुर्का पहनकर, नमाज पढ़ने को कहा

शाहरुख को याद आया कि कैसे सारी बातचीत पंजाबी में हो रही थी और अचानक उन्होंने समय देखा और कहा ठीक है गौरी, अपना बुर्का पहन लो और चलो अब नमाज पढ़ते हैं। जैसे ही शाहरुख ने ये शब्द कहे, गौरी का पूरा परिवार उनकी ओर देखने लगा और सोचने लगा कि क्या उन्होंने पहले ही उन्हें बदल दिया है। उस पल, उन्होंने उसके परिवार को यह कहकर मज़ा को अगले स्तर पर ले लिया कि वह बुर्के में रहेगी और कभी घर नहीं छोड़ेगी।

 

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