India News (इंडिया न्यूज़), Rajinikanth-Kangana, दिल्ली: इंडस्ट्री के मेगास्टार रजनीकांत इन दिनों अपनी फिल्म लाल सलाम को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। 9 फरवरी को उनकी फिल्म सिनेमाघर में रिलीज हुई थी और रिलीज के बाद से ही रजनीकांत और इस फिल्म की तारीफ हो रही है। ऐसे में हाल में ही रजनीकांत ने अपनी बेटी के साथ काम और सनातन धर्म को लेकर कई बातें कही है। दिग्गज कलाकार ने अपनी बातों के दौरान मनुष्य के लिए सुख और शांतिपूर्ण जीवन को लेकर धर्म के महत्व के बारे में भी बताया।

धर्म को लेकर की रजनीकांत ने बात

बता दे की हाल में ही मीडिया से बातचीत के दौरान रजनीकांत ने लोगों के बीच संघर्ष पैदा करने को लेकर धर्म का दुरुपयोग करने को लेकर बात की उन्होंने अपनी राय पेश करते हुए कहा, “सभी धर्म मनुष्य को ईश्वर को समझने और अपनी भीतर ईश्वर को महसूस करने में मदद करने के लिए बनाए गए थे। ईश्वर को जानना अलग है, समझना अलग है, और महसूस करना अलग है”

एक्टर ने आगे कहा, “यीशु, मुहम्मद और बुद्ध जैसी वैश्विक धार्मिक हस्तियों ने दिखाया कि हर कोई उनकी तरह महान चीजें हासिल कर सकता है। अगर वे भी उनके रास्ते पर चलें” रजनीकांत के मुताबिक हिंदू धर्म को छोड़कर हर धर्म का एक संस्थापक होता है। यह सनातन धर्म है जिसका अर्थ है पुरातन यानी की प्राचीन वेद ऋषियों द्वारा उत्पन्न ध्वनियाँ थीं, जब वे गहरी समाधि में थे। वेदों को समझना आसान नहीं है, इसलिए उन्होंने उन्हें सरल बनाया और वेदों के सार को उपनिषदों में बदल दिया। अपनी बातों में रजनीकांत ने भगवद गीता की भी जिक्र किया”

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रजनीकांत की बात पर कंगना ने किया रिएक्ट

सुपरस्टार रजनीकांत की इन बातों पर अब कंगना रनौत ने भी रिएक्ट किया है। उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक आर्टिकल को हाईलाइट करते हुए लिखा, “सनातन अनादि है, शायद इसलिए कि समय उस ब्रह्मांड की तरह रैखिक गंदगी नहीं है, ब्रह्मांड, परमाणु भी चक्रीय है, यह रैखिक नहीं है, यह चक्रीय है, इसलिए कोई इसकी शुरुआत है और इसका अंत नहीं जानता. और इसीलिए सनातन – शाश्वत है”

 

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