India News (इंडिया न्यूज़), Salman Khan, दिल्ली: सलमान खान भारत के सबसे पसंदीदा एक्टर में से एक हैं, जिनके बहुत बड़े फैन फोलॉइग हैं। फिल्मों में अपने 35 साल के करियर में, उन्होंने देश की कुछ सबसे पसंदीदा फिल्मों जैसे बजरंगी भाईजान, सुल्तान और हम आपके हैं कौन में एक्टिंग किया है। उनकी नई फिल्म टाइगर 3 बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छा प्रर्दशन किया, जिसने अब तक भारत में लगभग 250 करोड़ रुपये और विश्व स्तर पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। हाल ही में एक्टर के कुछ फैंस ने उनके अपार्टमेंट में तस्वीरें शेयर किया है।

सलमान के साथ फैंस ने शेयर की तस्वीर

5 फरवरी को, सलमान खान के कुछ फैंस ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक्टर और उनके पिता सलीम खान के साथ उनके गैलेक्सी अपार्टमेंट में कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। तस्वीरों से इस बात का बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक्टर ने जबरदस्त फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन किया है। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने विष्णुवर्धन द्वारा डायरेक्ट अपनी आने वाली देशभक्ति फिल्म द बुल के लिए काफी मेहनत की है, जिसके लिए उन्हें अपने शरीर की संरचना को बदलने की आवश्यकता थी और एक्टर इसके लिए कठोर प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं।

द बुल के लिए सलमान का ट्रांसफॉर्मेशन Salman Khan

फेमस एक्टर सलमान खान अपने अगले प्रोजेक्ट बुल की तैयारी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। विष्णुवर्धन द्वारा डायरेक्ट इस फिल्म में वह ब्रिगेडियर फारुख बुलसारा का किरदार निभा रहे हैं। भूमिका की तैयारी के लिए सलमान गहन काफी मेहनत कर रहे है। Salman Khan

एक सूत्र के अनुसार, सलमान खान मालदीव में 1988 में ऑपरेशन कैक्टस के नेता ब्रिगेडियर फारुख बुलसारा का किरदार निभाने के लिए तैयार हैं। वह आगामी धर्मा परियोजना में एक अर्धसैनिक अधिकारी की भूमिका निभाएंगे, जिसकी फिल्मांकन फरवरी में शुरू होने वाली है।

फिल्म के बारे में सब कुछ

द बुल कुछ कुछ होता है के लगभग 25 साल बाद करण जौहर और सलमान खान के पुनर्मिलन का प्रतीक होगा। धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित और विष्णु वर्धन द्वारा डायरेक्ट की गई यह फिल्म ऑपरेशन कैक्टस की पुनर्व्याख्या को दर्शाएगी। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने 3 नवंबर, 1988 को व्यवसायी अब्दुल्ला लुथुफी और पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन ऑफ तमिल ईलम द्वारा किए गए तख्तापलट के प्रयास के बाद नियंत्रण हासिल करने में मालदीव की सहायता की। भारतीय सेनाओं ने तेजी से भाड़े के सैनिकों का मुकाबला किया और कुछ ही घंटों के भीतर राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम की सरकार को अधिकार बहाल कर दिया।

 

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