India News (इंडिया न्यूज), Baba Siddiqui love story with wife Shehzeen: महाराष्ट्र की राजनीति में दशहरे की रात हुए एक दिल दहला देने वाले घटना ने हलचल मचा दी, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और महाराष्ट्र के जाने-माने नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से निकलकर कार में जा रहे थे। हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी जान ले ली, जिससे पूरा राजनीतिक गलियारा हिल उठा है।

बाबा सिद्दीकी और सलमान खान की दोस्ती

बाबा सिद्दीकी, जिनका असली नाम ज़ियाउद्दीन सिद्दीकी था, मुंबई के बांद्रा इलाके में एक प्रसिद्ध चेहरा थे। बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के साथ उनकी गहरी दोस्ती थी, और हर साल उनके इफ्तार पार्टी में सलमान खान की उपस्थिति की खबरें सुर्खियों में रहती थीं। उनकी मौत से परिवार और दोस्त टूट से गए हैं, और उनके जाने से राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में एक खालीपन सा आ गया है।

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प्यार की कहानी: शहनीज सिद्दीकी का साथ

बाबा सिद्दीकी की पत्नी शहनीज सिद्दीकी के साथ उनकी प्रेम कहानी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। पहले हिंदू धर्म में अलका बिंद्रा नाम से जानी जाने वाली शहनीज ने बाबा से शादी के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया। अलका, जो कि एक हिंदू परिवार से थीं और रंजीत बिंद्रा की बहन थीं, ने अपने प्यार के लिए धर्म की दीवारों को पार किया और शहनीज सिद्दीकी बन गईं। बाबा सिद्दीकी के संघर्षपूर्ण जीवन में शहनीज हमेशा एक मजबूत सहारा बनीं।

बेटा जीशान सिद्दीकी और बेटी अर्शिया

बाबा सिद्दीकी का एक बेटा, जीशान सिद्दीकी, जो कि कांग्रेस पार्टी से बांद्रा ईस्ट से मौजूदा विधायक हैं, अपने पिता के बेहद करीब थे। जीशान सिद्दीकी के अलावा उनकी एक बेटी अर्शिया भी हैं, जो एक डॉक्टर और उद्यमी हैं। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए, जीशान अब अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ा रहे हैं।

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राजनीति में बदलाव: कांग्रेस छोड़कर NCP का दामन थामा

बाबा सिद्दीकी ने 49 वर्षों तक कांग्रेस में काम किया था, लेकिन फरवरी 2024 में उन्होंने अजित पवार की एनसीपी ज्वॉइन कर ली। इस कदम के बाद उनके बेटे जीशान को कांग्रेस से निकाल दिए जाने की खबरें आईं, हालांकि जीशान ने इन खबरों का खंडन किया था। बाबा सिद्दीकी ने यह बदलाव राजनीति में नई संभावनाओं और उनके क्षेत्र की बेहतरी के लिए किया था।

पिता की याद में भावुक हुए जीशान सिद्दीकी

बाबा सिद्दीकी के निधन के बाद, जीशान सिद्दीकी ने अपने पिता की याद में भावुक होकर कहा कि उनके पिता हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के लिए लड़े। अब यह जीशान का कर्तव्य बन गया है कि वे अपने पिता के सपनों को पूरा करें और बांद्रा ईस्ट के लोगों की सेवा करें। शुक्रवार को जब एनसीपी ने जीशान को उनके पिता की सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया, तो जीशान ने अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त किया और अपने पिता को श्रद्धांजलि दी।

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शहीद पिता के सपने को आगे बढ़ाने का संकल्प

बाबा सिद्दीकी की हत्या ने जहां महाराष्ट्र की राजनीति में एक शोक का माहौल ला दिया है, वहीं उनके बेटे जीशान ने उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया है। बाबा की मृत्यु के बाद जीशान ने पिता के समाज के प्रति कर्तव्यों को निभाने का वचन दिया और आगामी चुनाव में अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा का प्रण लिया है।

बाबा सिद्दीकी का अचानक यूं चला जाना उनके परिवार, दोस्तों, और समर्थकों के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके जीवन से जुड़ी प्रेम कहानी, राजनीतिक संघर्ष, और समाज के प्रति समर्पण ने उन्हें लोगों के दिलों में हमेशा के लिए बसा दिया है।