India News (इंडिया न्यूज), Hina Khan Talk about stardom In The Industry: अभिनेत्री हिना खान, जो लंबे समय तक टीवी की शीर्ष अभिनेत्रियों में शामिल रहीं, अब फिल्मों और डिजिटल प्लेटफार्म पर नई भूमिकाएं आजमा रही हैं। पिछले वर्ष हिना की फिल्म “कंट्री ऑफ ब्लाइंड” ने कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों और वैश्विक मंचों पर सराहना प्राप्त की। अब यह फिल्म भारत में प्रदर्शित होने के लिए तैयार है। हिना खान से हुई बातचीत में उन्होंने अपने करियर के इस नए चरण, फिल्मों और डिजिटल प्लेटफार्म पर मिल रहे अवसरों के बारे में अपने अनुभव साझा किए।

रणबीर कपूर और सैफ अली खान जैसे बड़े सितारे भी वर्तमान में इंटरनेट मीडिया पर नहीं हैं। ऐसे कई अन्य सितारों के उदाहरण भी हैं जो सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं हैं। मेरा मानना है कि किसी कलाकार का स्टारडम सोशल मीडिया से तय नहीं होता। कलाकार का स्टारडम दर्शकों की स्वीकार्यता से होता है, न कि उनकी सोशल मीडिया उपस्थिति से। हालांकि, ज्यादा फॉलोअर्स होने पर प्रचार करने या दूसरों के विज्ञापन करने में थोड़ी मदद मिल सकती है।

Hrithik Roshan के घर में शिफ्ट हो रहे हैं Varun Dhawan! अक्षय कुमार के बनेंगे पड़ोसी -IndiaNews

मुझे जिंदगी में बवाल पसंद नहीं है। जो लोग बवाल करते हैं, उनसे मैं दूर रहती हूं। मेरे लिए बवाल की परिभाषा अलग है—मस्ती, मजाक और मजे करना ही मेरे लिए बवाल है। इसका मतलब यह नहीं कि आप किसी की जिंदगी में बवाल करें। मैं व्यक्तिगत तौर पर बवाल से प्रभावित नहीं होती हूं। कभी-कभी एक त्वरित प्रतिक्रिया आ जाती है, लेकिन फिर मुरूबिया के लुक और फैशन में।

एडवांस बुकिंग के पहले ही दिन सारे रिकॉर्ड तोड़ छप्परफाड़ ओपनिंग के साथ दिखी ‘Chandu Champion’, धड़ाधड़ बिकी सारी टिकटें- IndiaNews

‘मेरी भूमिका रूबिया में ब्यूटी विद ब्रेन की खासियत है, जो मुझे आकर्षित करती है’

उसकी सबसे अच्छी खूबी यह है कि वह बड़े अच्छे तरीके से कपड़े पहनती है और तैयार होती है। इस मामले में मैंने कई सुझाव दिए हैं, क्योंकि मुझे व्यक्तिगत जीवन में भी अच्छे कपड़े पहनना और अच्छा दिखना बहुत पसंद है। इसके साथ ही रूबिया का उर्दू बोलने और शायरी पढ़ने का अंदाज मुझे बेहद पसंद आया।

क्या कभी टीचर बनने का ख्याल मन में आया था?

(हंसते हुए) नहीं, मैं तो पत्रकार बनना चाहती थी। हालांकि, मैं अपने कई टीचर्स के बहुत करीब थी, क्योंकि मैं बहुत ही शरारती और हिम्मती थी। इस कारण वे मुझे बहुत मानते थे, लेकिन उनसे डांट भी पड़ती थी।

Narendra Modi 3.0: पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल और UCC को लेकर ज्योतिषी ने की भविष्यवाणी, कही ये बड़ी बात-Indianews

मुझे लगता है कि सबकी अपनी-अपनी करनी और तरीका है

कई बार अपनी आवाज उठाने या अपने अधिकारों के लिए बवाल करना पड़ता है। हर इंसान का अपनी आवाज उठाने का तरीका अलग होता है। कुछ मामलों में आवाज उठानी जरूरी होती है। मैं मानती हूं कि अंत में आपका काम ही बोलता है। बवाल करने से कुछ हासिल नहीं होता। आप दो-चार दिन सुर्खियों में रह सकते हैं, लेकिन फिर सब शांत हो जाता है।